बिहार में किसके के हाथ होगी सत्ता की चाबी, शुक्रवार को हो जाएगा साफ सुबह 8 से होगी मतगणना शुरु, 38 जिलों में बने काउंटिंग सेंटर
बिहार में किसके के हाथ होगी सत्ता की चाबी, शुक्रवार को हो जाएगा साफ
सुबह 8 से होगी मतगणना शुरु, 38 जिलों में बने काउंटिंग सेंटर
आइडियल इंडिया न्यूज़
विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता कैमूर बिहार
पटना । बिहार की राजनीति में अब बस एक रात की दूरी है। शुक्रवार सुबह 8 बजे से मतों की गिनती शुरू हो जाएगी और कुछ ही घंटों में यह तय हो जाएगा कि सत्ता की चाबी किसके हाथ आएगी। 38 जिलों में बने काउंटिंग सेंटरों पर सुरक्षा का पहरा तीन-स्तरीय है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में बेचैनी उतनी ही बढ़ी हुई है। पहली बार बिहार में 67 फीसदी वोटिंग हुई है और इसमें महिलाओं ने पुरुषों से 9फीसदी ज्यादा मतदान कर इतिहास रच दिया।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर एग्जिट पोल्स सही निकले, और एनडीए वाकई दोबारा सत्ता में लौटता है, तो इसकी सबसे बड़ी ताकत यही महिला वोट बैंक होगा। परिस्थिति शांत दिख रही है, लेकिन राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने मतदान के अगले दिन ही चिंगारी डाल दी। उनका कहना है काउंटिंग को स्लो कराएं या फ्लैग मार्च कराएं हमारे लोग वोट चोरी रोकेंगे। चाहे जो कुर्बानी देनी पड़ी, बेईमानी नहीं होने देंगे।
बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि काउंटिंग स्लो कराने की साजिश है, पिछली बार भी खेल हुआ था, इस बार जनता चुप नहीं बैठेगी। चुनाव आयोग ने इस बार सुरक्षा और पारदर्शिता के पुख्ता इंतजाम किए हैं। हर जिले में स्ट्रॉन्ग रूम तैयार है, जिसकी चौबीसों घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है। उम्मीदवारों के एजेंट्स को लाइव फीड दिखाई जा रही है ताकि कोई गड़बड़ी या संदिग्ध गतिविधि छिपी न रह जाए। सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो काउंटिंग सेंटरों पर थ्री-टियर सिक्योरिटी सिस्टम लागू है, पहली परत सीएपीएफ, सीआईएसएफ और सीआरपीएफ की; दूसरी परत बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की; और तीसरी परत जिला पुलिस की।
इसके अलावा मजिस्ट्रेट, एएसपी और डीएसपी स्तर के अफसर चौबीसों घंटे निगरानी में हैं। काउंटिंग की प्रक्रिया भी पूरी तरह पारदर्शी रहेगी। शुक्रवार सुबह 8 बजे सबसे पहले पोस्टल बैलेट्स की गिनती शुरू होगी और आधे घंटे बाद ईवीएम खोली जाएंगी। हर विधानसभा सीट पर 14 टेबल होंगी, जिन पर एक राउंड में 14 ईवीएम की गिनती होगी। पहले रुझान सुबह 9 बजे तक आने लगेंगे। सूत्रों के मुताबिक मोकामा सीट का नतीजा सबसे पहले आने की संभावना है, जबकि दीघा विधानसभा का रिजल्ट सबसे आखिर में घोषित होगा।
राजधानी पटना में एक कॉलेज में मतगणना होगी, जहां एरिया को पूरी तरह सील कर दिया गया है और सुबह से ही ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा। कुल मिलाकर, बिहार की सियासत अब स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी और जनता की नजरों के बीच बंद है। अब जो बक्सा खुलेगा, वही तय करेगा, जनादेश किसके नाम और सत्ता किसके हाथ।




