बच्चियों झिझक छोड़ो, खुलकर बोलो
*बच्चियों झिझक छोड़ो, खुलकर बोलो
नयी दिशा द्वारा किशोरियों के लिये जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बच्चियों को सेनेटरी पैड हुआ भेंट
महिलाएं हैं सृष्टि का आधार है प्रोफेसर कुमुद त्रिपाठी
आइडियल इंडिया न्यूज़
लवकुश पांडेय कुशीनगर
किशोरावस्था के दौरान बच्चियां अनेकों शरीरिक और मानसिक परिवर्तन से गुजरती हैं और संकोच वश इस दौरान हो रही दिक्कतों को साझा नही कर पाती। इन परिवर्तनों के प्रति बच्चियों को जागरूक करने तथा तैयार रहने के उद्देश्य से नयी दिशा पर्यावरण सेवा संस्थान द्वारा नपाप कुशीनगर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय, विशम्भरपुर में शुक्रवार को बच्चियों के साथ “झिझक छोड़ो, खुलकर बोलो” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में किशोरियों को संबोधित करते हुए बुद्ध पीजी कॉलेज, कुशीनगर के बीएड विभाग की अध्यक्ष प्रो0 कुमुद त्रिपाठी ने कहा कि महिलाएं सृष्टि का आधार हैं पर आज भी कहीं न कहीं भेद भाव व कुरीतियों से ग्रस्त हैं और खुलकर अपनी बात नही रख पाती। उन्होंने कहा कि अधिकांश समस्याएं केवल चुप रहने से पैदा होती हैं और फिर बढ़ती जाती हैं। इसलिए झिझक छोड़ खुलकर बोलने की जरूरत है।
किशोरियों को संबोधित करते हुए संस्था की अध्यक्ष और बुद्ध पीजी कॉलेज कुशीनगर में मनोविज्ञान की प्रोफेसर सीमा त्रिपाठी ने कहा कि किशोरियों में होने वाले बहुत से परिवर्तनों में एक है मासिक धर्म का शुरु होना। सही जानकारी के आभाव में बच्चियां बहुत से गलत तरीके अपनाती हैं जिसका तात्कालिक नुकसान तो होता ही है दूरगामी परिणाम बहुत भयानक होता है। आज हर घर में माताएं बहुत से स्त्री रोगों से पीड़ित हैं उसका कारण मासिक चक्र के दौरान बरती गई लापरवाही भी होता है। यदि कम उम्र से ही बच्चियां जागरूक होकर मासिक से जुड़े हुए मिथ्या को दूर करने का प्रयास करें और उससे जुड़ी समस्याओं पर खुल कर बात करें तो हम भविष्य में ज़्यादा स्वस्थ, जागरूक और ज़िम्मेदार नागरिक तैयार कर पाएंगे।
इस दौरान स्वच्छता का संदेश देते हुये बच्चियों को सेनेटरी पैड भेंट किया गया। उपस्थित लोगों का स्वागत प्रधानाध्यापिका पुष्पा शर्मा, आभार शिक्षिका गीता शर्मा व संचालन ममता कश्यप ने किया।
इस अवसर पर चंद्रपाल सिंह, आलोक तिवारी, सुमित्रा देवी, इसरावती देवी, विनीत शुक्ल, नयी दिशा सचिव डॉ0 हरिओम मिश्र इत्यादि उपस्थित रहे।