पटना के एक नागरिक पर एफआईआर दर्ज करवाने का पटना डीएम ने दिया निर्देश।
पटना के एक नागरिक पर एफआईआर दर्ज करवाने का पटना डीएम ने दिया निर्देश।
जाति जनगणना में जानकारी देने की बजाय अफवाह फैलाने का आरोप।
विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता,स्टेट हेड बिहार।
पटना । हाई कोर्ट के फैसले के बाद शुरू हुई जाति आधारित जन-गणना के दौरान अब पटना में पहली प्राथमिकी दर्ज होने जा रही है। पटना के डीएम ने एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया है। आरोप सूचना छिपाना या जानकारी नहीं देने का नहीं, बल्कि गणना के खिलाफ अफवाह फैलाने का है।गणनाकर्मी जाते हैं तो वह शख्स आवास पर रहता नहीं है। संपर्क किए जाने पर गणना में शामिल नहीं होने का बहाना करता है, जबकि दूसरी तरफ खुद ही अलग-अलग माध्यमों से बताता है कि गणनाकर्मी उसका रिकॉर्ड नहीं ले रहे हैं।
जिला पदाधिकारी, पटना-सह-नोडल पदाधिकारी, जाति आधारित गणना, 2022-सह-प्रधान गणना पदाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा रविवार को बिहार जाति आधारित गणना, 2022 के द्वितीय चरण में डाटा इंट्री में प्रगति की समीक्षा की गई। इस बैठक में सभी चार्ज पदाधिकारी, प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारीगण तथा कोषांगों के नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे। जिलाधिकारी द्वारा एक-एक कर सभी से प्रगति के बारे में पूछा गया। चार्ज से प्राप्त रिपोर्ट की समीक्षा के क्रम में पाया गया 10,63,040 परिवारों का एप पर डाटा इंट्री/सिंक्रोनाइज कर दिया गया है।