06/07/2025
10022403281002240178Picsart_25-05-23_23-23-40-978Picsart_25-05-12_18-07-06-196

प्रेम का पाठ मगर सबको पढ़ना होगा, सफल काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ आजमगढ़ में 

0

प्रेम का पाठ मगर सबको पढ़ना होगा, सफल काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ आजमगढ़ में

आइडियल इंडिया न्यूज़

संजय कुमार पांडेय आजमगढ़

 

दिनांक 1 जनवरी 2024 दिन सोमवार को उत्तर प्रदेश साहित्य सभा आजमगढ़ की एक सफल गोष्ठी जनपद के प्रतिष्ठित धर्मशाला मारवाड़ी धर्मशाला के सभागार में संपन्न हुआ। इस गोष्ठी की अध्यक्षता नगर के प्रमुख शिक्षाविद डॉक्टर प्रवेश कुमार सिंह ने किया विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर जेपी यादव असिस्टेंट प्रोफेसर अग्रसेन महाविद्यालय आजमगढ़ तथा मुख्य अतिथि के रूप में श्री आत्माराम त्रिपाठी उप जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (सेवानिवृत्ति)थे। विशेष अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश साहित्य सभा के मंडल संयोजक साहित्यकार श्री संजय कुमार पांडे ने नव वर्ष की बधाई देते हुए अपनी रचना प्रस्तुत की, “आज इस देश में यू माहौल बनाना होगा। आग लगने की जगह फूल खिलाना होगा। अब ये मजहबी झगडे कभी नहीं होंगे प्रेम का पाठ अगर सबको पढ़ना होगा” सुना कर लोगों को वर्तमान परिस्थिति पर सोचनें पर मजबूर कर दिया । रुद्रनाथ चौबे रुद्र ने अपनी पंक्तियां प्रस्तुत की “हर एक जिंदगी रोज त्योहार होवे सभी को सभी से सदा प्यार होवे । कार्यक्रम के मंच संचालक उत्तर प्रदेश साहित्य सभा के अध्यक्ष विजयेन्द्र प्रताप श्रीवास्तव करुण ने अपनी रचना “कड़ी दुपहरी अचरा जेकर सीतल बरगद छांव।

 


चारों तीरथ क सुख पावे जे चूमेंला पांव।
जेकरे बिना सून मोर घर क दुअरा अंगना हो गईल।
देखते देखते उहै माई मोर सपना हो गईल।।” सुना कर लोगों को भाव विभोर कर दिया। हास्य और व्यंग्य के सशक्त हस्ताक्षर उत्तर प्रदेश साहित्य सभा आजमगढ़ जनपद के संयोजक श्री शैलेंद्र मोहन राय अटपट ने अपनी रचना “बम रसिया के अस बरसावेंनी ,रोज हडकावेनी ना”सुना कर लोगों को हंसने के लिए मजबूर कर दिया । डा० अम्बरीश कुमार अंबर ने अपनी रचना “जिस तरह होगा अंतिम संस्कार।
वही होगा मेरे धर्म का प्रकार।” सुना कर समाज में व्याप्त बुराइयों पर कड़ा व्यंग प्रहार किया। प्रतिष्ठित गजलकारा डॉ आशा सिंह ने अपनी रचना”क्या शिकायत करूं क्या करूं शुक्रिया,
वक्त ने जो भी अच्छा लगा वह किया”सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । साहित्य सभा के सचिव डॉक्टर मुश्ताक अहमद अक्स ने अपनी रचना “ये साल जो गुज़र गया हम देखते रहे,
कैसे चुरा के उम्र का इक साल ले गया” सुन कर अपने शेरों के माध्यम से खूब वाह वाही लूटी ।इसके पश्चात करीब तीन दर्जन कवि एवं कवित्रियों ने अपनी रचनाओं से काव्य गोष्ठी को एक नई ऊंचाई प्रदान किया। उक्त गोष्ठी में मुख्य रूप से उपस्थित श्री हरिहर पाठक ,सुरेंद्र सिंह चांस, रत्नेश कुमार राय, इंदु श्रीवास्तव ,डॉक्टर प्रतिभा सिंह ,डॉ मनीष मिश्रा, श्रीमती सरोज यादव , राकेश कुमार पांडे सागर,अजय कुमार पांडे ,हर गोविंद तिवारी ,राकेश प्रसाद दुबे ,घनश्याम यादव, बृजबाला श्रीवास्तव, रुद्रनाथ चौबे ,,ममता प्रीति श्रीवास्तव ,राकेश चौरसिया, आदित्य आज़मी, राजकुमार आशीर्वाद,श्रीमती स्नेह लता ,अजय कुमार पांडे ने अपनी रचनाओं से देर रात तक समां बांधे रखा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed