निभाना प्यार तो सीखो गुलाब फूलों से जो टूटकर दो दिलों को जोड़ देते है

निभाना प्यार तो सीखो गुलाब फूलों से जो टूटकर दो दिलों को जोड़ देते है।
आइडियल इंडिया न्यूज़।
विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता
कैमूर/नुआंव।रामनवमी के अवसर पर मां कामाख्या धाम सातों अवंती चपरांग पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसमे बिहार और यूपी के कवियों ने अपनी रचना पाठ से लोगो के दिलो में जगह बनाते हुवे खूब वाह वाही लूटी।गाजीपुर यूपी से आए युवा व्यंगकार कवि कुमार प्रवीन के संचालन एवं लेखक कवि आनंद कुशवाहा की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन की शुरुआत मिर्जापुर से पधारी कवि विभा सिंह ने सरस्वती वंदना,जो अज्ञान की अधेरा धारा पर है, मां ज्ञान की दीप जला देना से की।इसके बाद गाजीपुर से ही आए दबंग दामोदर ने अपनी रचना ये सातों अवंती गांव के लोग भारत क तकदीर बदल द सहित अपनी अनेक राजनीतिक व्यंग पर आधारित रचनाओं से भ्रष्टाचार पर कुठारा घात किया। ओज के कवि हेमंत निर्भीक गहमरी ने सीमा पर तैनात सैनिक व बलिदानी शहीद सपूतों के वेदनाओ को छूकर पूरे महफिल को भाउक कर दिया।मिर्जापुर से आई कवित्री विभा सिंह ने अपनी रचना,लोग क्यों प्यार निभाकर तोड़ देते है,एक अनमोल रतन पाकर छोड़ देते है।निभाना प्यार तो सीखो गुलाब फूलों से जो टूटकर भी दो दिलों को जोड़ देते है।ने लोगो को झूमने पर विवश कर दिया।वाराणसी से आए धर्म प्रकाश एवं अनुज तथा उत्तम चौबे ने भी अपनी अपनी रचनाओ से लोगो तक जुड़ने का प्रयास किया।
कवि सम्मेलन के आयोजक संतोष सिंह शिक्षक धाम के संचालक डाक्टर दिनेश उपाध्याय मेला के संचालक मृत्युंजय सिंह उर्फ साधु, पैक्स अध्यक्ष महेंद्र सिंह,प्रमोद सिंह,बजरंगी सिंह,रमेश सिंह,अभय उपाध्याय सहित कमेटी के सभी सदस्यों ने अपनी महती भूमिका निभाई।श्रोता दीर्घा में आत्मा अध्यक्ष चंदन चौबे,डाक्टर विजय सिंह राष्ट्रीय वैश्य महासभा के जिला अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता सहित अन्य ने अंत तक कवियों का साथ तालियों की गड़गड़ाहट से दिया।