एसडीओ को घोंचू, डीसीएलआर को बकलोल बता उनके आदेश को नहीं मानते मातहत कर्मी

एसडीओ को घोंचू, डीसीएलआर को बकलोल बता उनके आदेश को नहीं मानते मातहत कर्मी
जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष ने डीएम से की शिकायत तो बदला कार्यालय की संस्कृति
मामला कर्मियों द्वारा डाक रिसीव नहीं करने का
आइडियल इंडिया न्यूज
पटना डेस्क
कैमूर/नुआंव।मोहनिया एसडीओ के प्रशासनिक अपरिपक्ता एवं डीसीएलआर के ढीली पकड़ के कारण उनके मातहत कर्मचारी उनके आदेश को ठेंगा दिखा रहे है।इसका खुलासा होने के बाद जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष की शिकायत पर डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुवे डीसीएलआर मोहनिया को कड़ी फटकार लगाते हुवे दो टूक शब्दों में चेताया कि दुबारा शिकायत मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।मामला सोमवार की अपराह्न की बताई जाती है।हुवा यू की प्रखंड अध्यक्ष जेडीयू नुआंव डीसीएलआर कार्यालय से प्राप्त एटीएल के प्रतिउत्तर देने उनके कार्यालय गए थे।लेकिन कंप्यूटर ऑपरेटर को छोड़ कोई भी कर्मी कार्यालय में मौजूद नहीं था।ऑपरेटर ने लेटर को रिसीव करने से इनकार करते हुवे कहा कि प्रदीप नाम का कर्मी ही रिसीव करेंगे।करीब आधा घंटा के इंतजार के बाद जब उक्त कर्मी आया तो वो कहा कि प्रधान लिपिक नहीं है जब वे आयेंगे तो रिसीव करेंगे।जब कर्मियों से प्रखंड अध्यक्ष ने डीसीएलआर का नंबर मांगा तो कर्मियों ने देने से यह कहकर इनकार किया कि कार्यालय का बोस हम लोग है डीसीएलआर नहीं।यह कोर्ट है यहां बिना लक्ष्मी पूजन के कोई काम नहीं होता।जब इसकी शिकायत प्रखंड अध्यक्ष ने एसडीओ से दूरभाष से की तो उन्होंने कहा कि इस मामले में हम कुछ नहीं कर सकते।मजबूरन प्रखंड अध्यक्ष को इसकी शिकायत डीएम से करनी पड़ी।तब जाकर डीसीएलआर कार्यालय हरकत में आया और जो कर्मी प्रदीप लेने से इनकार कर रहा था उसी ने लेटर को रिसीव किया।इस संबंध में पूछे जाने पर डीसीएलआर ने बताया कि कर्मियों ने बताया कि प्रखंड अध्यक्ष हमसे मिलकर आवेदन देना चाहते थे,परंतु उस समय मैं मीटिंग में था।इस लिए आवेदन लेने में कर्मी कंफ्यूज हो गए थे।हालांकि मामला मेरे संज्ञान में आने के बाद आवेदन को रिसीव करा दिया गया।