काव्य सृजन के तत्वावधान में वरिष्ट साहित्यकार डॉ.श्रीहरि वाणी जी के जन्न्मोत्सव पर काव्य गोष्ठी*
*काव्य सृजन के तत्वावधान में वरिष्ट साहित्यकार डॉ.श्रीहरि वाणी जी के जन्न्मोत्सव पर काव्य गोष्ठी*
आइडियल इंडिया न्यूज़
शिव प्रकाश पान्डेय नालासोपारा
मुम्बई दिनाँक -२०-७-२०२२,को “काव्य सृजन परिवार” ने अपने वरिष्ट मार्गदर्शक डॉ श्रीहरि वाणी जी का जन्मदिन उत्साह पूर्वक आनलाईन गूगल मीट पर लाईव काव्यसंध्या आयोजित करके मनाया
आदरणीय हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जी की अध्यक्षता एवम आद. सौरभ दत्ता जयंत जी के संचालन में रात आठ बजे प्रारम्भ गोष्ठी रात्रि करीब साढ़े दस बजे तक चली, अपने चहेते साहित्यकार को शुभकामनाएं देने के लिए देश विदेश से कवियों ने आनलाईन जुड़कर काव्यमय बधाइयाँ दीँ और अपनी रचनाओं सेअद्भुत सामा बांध दिया, डॉ श्रीहरि वाणी जी विनम्रता पूर्वक सभी के शब्द शिल्प को स्वीकारा
तमाम सोशल मिडिया पर दिन भर बधाइयों का ताँता तो लगा ही था,रात आठ बजे के बाद गूगल मीट पर तो मानो खुमार ही आ गया , देश – विदेश के कवियों ने प्रत्यक्ष जुड़कर जो शब्दांजलि भेंट करने शुरू की तो वह रात्रि 10 बजे तक डॉ श्रीहरि वाणी जी के कृतज्ञता ज्ञापन के बाद ही रुकी |
प्रमुख रूप से कवियों में पं.शिवप्रकाश “जमदग्निपुरी”, अंजनी कुमार द्विवेदी”अनमोल रसिक”, “आत्मिक” श्रीधर मिश्र,माताप्रसाद शर्मा,डी एन माथुर,राजेश त्रिपाठी,रमेश महेश्वरी “राजहंश” ,इंदू मिश्रा,मिनाक्षी राजपुरोहित “मीनू” अलका जैन “आनंदी”शारदा प्रसाद दूबे “शरद” आनंद पाण्डेय “केवल” हौंसिला प्रसाद “अन्वेषी”,सौरभ दत्ता “जयंत” आदि ने उपस्थित होकर अपनी समर्पित रचनाओं से शाम को खूबसूरती प्रदान की|
अपने अध्यक्षीय उद्वोधन में आदरणीय हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जी ने बधाई शुभकामना देते हुए सभी की रचनाओ पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए उत्साहवर्धन करते संस्था परिवार में एक दूसरे के सुख – दुःख अंत में प्राध्यापक अंजनी कुमार द्विवेदी जी ने आयोजन के समापन की आभार प्रकट करते हुए घोषणा की