06/07/2025
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नहीं रहे मल्टीटॅलेंटेंड सतीश कौशिक (एक चमकता सितारा टुट गया – करण समर्थ)

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नहीं रहे मल्टीटॅलेंटेंड सतीश कौशिक

(एक चमकता सितारा टुट गया – करण समर्थ)
आइडियल इंडिया न्यूज

करण समर्थ (आयएनएन भारत मुंबई) –

मल्टीटॅलेंटेंड सतीश कौशिक का आज सुबह मुंबई में निधन हो गया और सिने जगत तथा उनके फैन्स में शौक की लहर दौड़ गई। उनके निधन के समाचार से उनके करीबी और फैन्स भावुक हुए । बता दे कि उन्होंने हर साल कि तरह कल भी होली मनाई थी और आज अचानक वह चल दिए….

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता और जाने-माने डायरेक्टर सतीश कौशिक का आज निधन हो गया है। इस दुखद खबर की जानकारी जानकारी उनके करीबी दोस्त औऱ एक्टर अनुपम खेर ने ट्वीट करके दी। उन्होंने लिखा कि जानता हूं कि, मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है। लेकिन यह बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त सतीश कौशिक के बारे में लिखूंगा, यह मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। इस बांका बहुत दुःख है।

अपने दोस्त की अचानक मौत पर अनुपम खेर ने लिखा कि, हमारी 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम लग गया। अनुपम खेर ने अपने पुराने और अजीज दोस्त को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि, अब तुम्हारे बिना जीवन फिर से वैसा नहीं रहेंगा सतीश ! ओम् शांति। सतीश कौशिक ने 67 साल की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया है।‌

सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1955 को हरियाणा में हुआ था।‌ वह बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता, कॉमेडियन, स्क्रिप्ट राइटर, निर्देशक और निर्माता थे। बॉलीवुड में प्रवेश करने से पहले उन्होंने कई नाटकों में भी काम किया थ।.

एक फिल्म अभिनेता के रूप में सतीश कौशिक को 1987 में आई शेखर कपूर कि हिंदी फिल्म मिस्टर इंडिया से उन्हें पहचान मिली थी। इसके बाद उन्होंने 1997 में दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर का शानदार भुमिका निभाई थी।‌सतीश कौशिक को 1990 में राम लखन के लिए और 1997 में साजन चले ससुराल के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। सतीश कौशिक की स्कूली पढ़ाई दिल्ली में हुई थी। किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में प्रवेश लेकर उन्होंने अपना फिल्मी करियर कि नींव रखी थी। उन्होंने 1983 में बॉलीवुड में कदम रखा और 1985 में उन्होंने शशि कौशिक से शादी की।‌लेकिन शादी के बाद उनके जीवन में दुख का पहाड़ टूटा. उनके बेटे का 2 साल की उम्र में निधन हो गया था।

आज सतीश कौशिक के निधन पर उनसे हुई मुलाकातें बातचीत याद आती है। कुछ महिनों पहले करण राजदान कि हिंदी फिल्म *हिंदुत्व* के प्रमोशन तथा प्रिमियर शो तथा गोवा में ईफ्फी फिल्म फेस्टिवल में उनसे हुई भेंट तथा बातचीत याद आ गई। ईश्वर सतीश की आत्मा को शांति प्रदान करे। ॐ शांति ॐ

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