05/07/2025
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मलेरिया पर आयोजित की गई संगोष्ठी। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ दिलीप कुमार सिंह ने किया

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मलेरिया पर आयोजित की गई संगोष्ठी

आइडियल इंडिया न्यूज़

मारकंडेय तिवारी जौनपुर

कल मलेरिया नाम की महा भयानक बीमारी पर एक संगोष्ठी का आयोजन डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी एवं मध्यस्थता अधिकारी के आवास राज होटल रिजवी खान जौनपुर में आयोजित किया गया इस आयोजन में डॉ अलका सिंह सचिन जायसवाल पद्मा सिंह श्वेता स्वाति जायसवाल बाल गोपाल अनिरुद्ध शिवानी संजय कुमार उपाध्याय कमलेश कुमार अग्रहरि पूनम सिंह वैष्णवी अतुल सिंह मनीष सिंह अमित अमन और अन्य लोगों ने भाग लिया

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि मलेरिया एक भयानक और विश्वव्यापी महामारी है जिससे दुनिया की आधी जनसंख्या पीड़ित है यह प्राचीन काल से चली आ रही बीमारी है जिसका उल्लेख धर्म ग्रंथों में दिया गया है मलेरिया 5 तरह का होता है और यह केवल मच्छरों से विशेषकर मादा एनाफिलीज मच्छरों से फैलता है जो मच्छर के विषाणु को मनुष्य में काटकर फैला देती हैं जिसको प्लाज्मोडियम कहते हैं और यह 5 प्रकार का होता है

दिव्येंदु सिंह ने बताया कि मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से प्लाज्मोडियम नाम के वायरस जब किसी मलेरिया पीड़ित व्यक्ति को काट कर दूसरे में फैला देते हैं तो यह विषाणु तेजी से फैल जाता है क्या शरीर को दर्द से तोड़ कर रख देती हैं जब मलेरिया होता है तो व्यक्ति को शरीर में कपकपी होती है ठंड लगती है और सिर दर्द तथा उल्टी होती है इसके भयानक होने पर व्यक्ति उल्टा सीधा बकने लगता है और सन्निपात हो जाता है यह जीवाणु लीवर और रक्त कोशिकाओं को संक्रमित कर के लाल रक्त कणिकाओं को नष्ट कर डालता है

श्रीमती पदमा सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इसमें भयंकर रक्ताल्पता गुर्दे की विफलता और शरीर का मल्टीसिस्टम तंत्र फेल हो जाने से व्यक्ति गंभीर हो जाता है दुनिया की अधिकतर मलेरिया की भयंकर बीमारी अफ्रीका के देशों में होती हैं जहां दुनिया के 95% रोगी पाए जाते हैं विशेषकर नाइजीरिया युगांडा के नियम कांगो बेसिन में यह रोग तेजी से फैलता है भारत में भी यह तेजी से फैल रहा है पिछले वर्ष लगभग ढाई लाख लोग मलेरिया से मरे और लगभग 700000 लोग संक्रमित हुए

गोष्ठी का संचालन करते हुए डॉ अलका सिंह सहायक प्राध्यापक गुरु गोविंद सिंह विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने बताया कि मलेरिया रोग का बचाव अत्यंत आवश्यक है इसके लिए सोते समय या बैठते समय शरीर को ढक के रखें मच्छरदानी का प्रयोग करें मच्छर भगाने वाली दवाओं का प्रयोग करें नीम के पत्तों का धुआं करें शरीर पर अगर मच्छर अधिक है तो क्रीम लगाकर सोए शाम को अधिक सावधान रहें क्योंकि शाम को ही यह मच्छर सबसे अधिक काटता है इसके अलावा मलेरिया का विकसित किया गया कि का भी लगवा लें जिससे 40% बचा हो जाता है और मलेरिया होने पर तुरंत जांच कराकर दवा करें क्योंकि लापरवाही होने से मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है मच्छरों को पनपने वाले स्थान पर मिट्टी का तेल या अन्य कीटनाशक अवश्य चिड़कने घर में कूलर इत्यादि में पानी बदलते रहे क्योंकि ताजा पानी में मच्छर पनप नहीं पाते हैं

मां दुर्गा जी विद्यालय में शिक्षक अतुल कुमार सिंह ने कहा कि मलेरिया एक अत्यंत जटिल बीमारी है जिसमें बचाओ ही सबसे अच्छा उपाय हैं और मच्छरों से बचना ही प्राथमिकता है चिकित्सा करने में देर होने पर मच्छर द्वारा काटा गया व्यक्ति गंभीर हो सकता है उन्होंने बताया कि विश्व में प्रतिवर्ष 700000 से अधिक लोग मारे जाते हैं और करोड़ों लोग प्रतिवर्ष मलेरिया का शिकार होते हैं फागिंग भी मलेरिया नियंत्रण का एक अच्छा उपाय हो सकता है

मनीष कुमार सिंह सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने कहा कि प्राचीन ढंग के वातावरण को हरियाली और ऑक्सीजन को अधिक करना होगा और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी होगी उसी के अनुसार खानपान और मच्छर रोधी वातावरण तैयार करना होगा तभी हम इस पर नियंत्रण पा सकते हैं इसके अलावा अन्य लोगों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए

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