प्रत्याशियों का अहंकार ही पहना सकता है उनकी हार का हार

आइडियल इंडिया न्यूज़
शमशी अज़ीज़
प्रत्याशियों का अहंकार ही पहना सकता है उनकी हार का हार
जौनपुर = = =उत्तर प्रदेश
जौनपुर नगर निकाय चुनाव का समापन शांतिपूर्वक हुआ जिसका परिणाम दिनांक 13 को आएगा इसमें किस की जीत होती है और किस की हार ये तो समय ही बताएगा यूं तो नगर निकाय चुनाव तो गुणवान,साहसिक,व स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशी को ही अधिकतम मत प्राप्त होता था पर अब किसी भी चुनाव में प्रत्येक प्रत्याशी के पास दल बल धन और बाहुबली का होना अतिआवश्यक हो गया है जो एक व्यवसाय का रूप ले चुका है जौनपुर का नगर अध्यक्ष पद बहुत ही रोमांचक बना हुआ है क्योंकि हर कोई विजयी राग के अलाप में व्यस्त है तथा सभी दलों में उठा पठक देखने को भी मिल रही है जो नगर वासियों के मनोरंजन का केंद्र बना है देखा जाए तो जौनपुर नगर अध्यक्ष पद पर तो केवल एक ही परिवार का वर्चस्व है जो 20 वर्षो से अध्यक्ष पदाधिकारी है जो आज भी जीत का दावा कर रहे है जिसका मुख्य कारण सामाजिक कार्यक्रम, विवाह समारोह,व अन्य कार्यक्रम में उपस्थिति का होना है जो नागरिकों को मोहित भी कर रहा है पर देखा जाए तो उनका विकास कार्य मंदगति से चलता है जैसे नल से दूषित जल का आना, आधा अधूरा इंटरलॉकिंग का निर्माण होना, तथा हर एक कार्य में कमीशन की अधिकता का होना जो उनके हार का बड़ा कारण बन सकता है इसी प्रकार भाजपा दल के प्रत्याशी जो चिन्ह को प्राप्त करते ही विजयी होने का दावा ठोकने लगे जिससे नगर वासियों से चिर परिचित न हो सके जो हार का कारण हो सकता है तथा सपा प्रत्याशी के प्रति सपा के कार्यकर्ताओ में हर्ष होश व जोश की कमी के कारण हार के दर्शन हो सकते है इसी प्रकार आप के दल का प्रत्याशी तो केवल अपने स्वभाव व विचारो से ही मत को प्राप्त कर सका पर जीत के लिए मतों की संख्या कम हो सकती है अंत में कांग्रेस प्रत्याशी तो केवल मुस्लिम कार्ड के बल पर कुछ वार्ड तक ही सीमित रह गए अब देखना ये है कि विजय का गीत गाने का स्वभाग्य किसे प्राप्त होता है।