06/07/2025
10022403281002240178Picsart_25-05-23_23-23-40-978Picsart_25-05-12_18-07-06-196

यदि हमारी मूल्यांकन पद्धति सुधर जाय तो आधी शिक्षा व्यवस्था अपने आप सुधर जायेगी – मुख्य अतिथि डॉ रामबली यादव

0
IMG-20230630-WA0393

यदि हमारी मूल्यांकन पद्धति सुधर जाय तो आधी शिक्षा व्यवस्था अपने आप सुधर जायेगी
– मुख्य अतिथि डॉ रामबली यादव

नेहरू बालोद्यान में आयोजित हुआ त्रि दिवसीय ओरियंटेशन प्रोग्राम

आइडियल इंडिया न्यूज़

धर्मेंद्र सेठ जौनपुर

जौनपुर। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी नेहरू बालोद्यान के सभी शिक्षकों के लिए ओरियेन्टेशन प्रोग्राम का आयोजन शुक्रवार को किया गया, त्रिदिवसीय ओरियेन्टेशन प्रोग्राम के प्रथम दिन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. राम बली यादव, हडिया पीजी कालेज प्रयागराज तथा पूर्व प्राचार्य एचएन मिश्रा कॉलेज ऑफ एजूकेशन, कानपुर ने कहा कि यदि हमारी मूल्यांकन पद्धति सुधर जाय तो आधी शिक्षा व्यवस्था अपने आप सुधर जायेगी।

इसका मुख्य सूत्रधार शिक्षक है। आज शिक्षक स्वयं अपने नैतिक मूल्यों, अपने कर्तव्य बोध से विमुख हो रहा है एक शिक्षक का मुख्य दायित्व छात्रों के कर्तव्य का बोध कराना है। साथ ही साथ अपने कर्तव्य का बोध रखना अनिवार्य है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. मनोज मिश्र, विभागाध्यक्ष जनसंचार विभाग पूर्वाचल विश्वविद्यालय ने कहा कि शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए एक शिक्षक की सभी छात्रों के प्रति समदृष्टि रखना एक महत्वपूर्ण पक्ष है, साथ ही साथ सूक्ष्म दृष्टि रखना अति महत्वपूर्ण पक्ष है। कहा कि जैसे त्याग के बिना पूजा, नैतिकता के बिना वाणिज्य निरर्थक है वैसे ही एक शिक्षक का अपने छात्र-छात्राओं से आत्मिक लगाव के बिना शिक्षा गुणवत्तापूर्ण नहीं होगी। एक अच्छे शिक्षक के लिए शिष्य आत्मज और शिष्या आत्मजा होती है।

 

कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों का परिचय व स्वागत डॉ. सीडी सिंह प्रबंधक नेहरू बालोद्यान, जौनपुर ने दिया कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. टीएन सिंह पूर्व आचार्य टीडी महाविद्यालय जौनपुर ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य शिक्षा प्राप्त करके उसे व्यवहारिक जीवन में उपयोग करना होता है, एक शिक्षक को ही समाज की समक्ष अपेक्षाओं को पूरा करना होता है, क्योंकि शिक्षक ही सामाजिक अभियन्ता है बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ उनका सर्वांगीण विकास करना शिक्षक का मुख्य दायित्व होता है।

कार्यक्रम का संचालन अरविंद सिंह ने किया। सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए विद्यालय की संचालिका डॉ. चन्द्रकला सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य ही है एक अबोध बालक को सुबोध नागरिक बनाना, इसके लिए हम कृतसंकल्प है।

कार्यक्रम में प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह, नेहरू बालोद्यान सीनियर सेकेण्ड्री की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रियंका सिंह संचालिका डा. चन्द्रकला सिंह के साथ-साथ तीनों शाखाओं के सभी अध्यापक, अध्यापिका उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed