डॉक्टर देश के सैनिक हैं जो सीमाओं पर नहीं लड़ते हैं बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाते हैं

डॉक्टर देश के सैनिक हैं जो सीमाओं पर नहीं लड़ते हैं बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाते हैं -मयंक मदान
आइडियल इंडिया न्यूज़
डा ए के गुप्ता नई दिल्ली
नई दिल्ली, 1 जुलाई डॉक्टर दिवस के अवसर पर प्रॊग्नोसिस लैब, द्वारका के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री मयंक मदान ने संबोधित करते हुए कहा कि डॉक्टर देश के सैनिक हैं जो सीमाओं पर नहीं लड़ते हैं बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने और जीवन प्रत्याशा में सुधार करने के लिए समर्पित रूप से काम करते हैं। मानव स्वास्थ्य के प्रति उनका योगदान अपेक्षाओं से परे है आम जनता की सुरक्षा के लिए वह हमेशा कोविड-19, डिजीज एक्स, कलरा, प्लेग, फ्लू, एड्स, इबोला एवं अन्य जैसी महामारी स्थिति पर इलाज और प्रतिक्रिया देने वाले पहले व्यक्ति होते हैं। अभिभावक के बाद जीवन की सुरक्षा का बीड़ा चिकित्सक ही उठाते हैं इस विशेष दिन भर प्रत्येक भारतीय को उन कुशल चिकित्सक पर गर्व महसूस करना चाहिए जो अपने देश के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं और चिकित्सा आपात स्थिति के दौरान उनके प्रयासों और योगदान के लिए आभारी होना चाहिए। इस अवसर पर डायरेक्टर मयंक मदान ने क्लीनिक पर उपस्थित चिकित्सकों से गले मिलकर आभार व्यक्त किया।