बिहार में अपराधी पुलिस वर्दी में दे रहे घटनाओं को अंजाम। एके 47 से बरसाते है गोली
बिहार में अपराधी पुलिस वर्दी में दे रहे घटनाओं को अंजाम।
एके 47 से बरसाते है गोली
बालू के अवैध खनन का विरोध करने पर किसान को उतारा मौत के घाट
पुलिस के अंदर ही इनके इनफॉर्मर, अपराधियों को पल-पल की पहुंचती है खबर।
अवैध बालू खनन का कारोबार अनरवत चलाने को ले माफियाओं ने कि बैठक।
भारी मात्रा में और हथियार खरीदने का निर्णय।
विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता
स्टेट हेड बिहार।
पटना । घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी पहले अपने चेहरे को छुपाने के लिए नकाब या फिर फुल हेलमेट पहनते थे लेकिन अब पुलिस वर्दी में घटनाओं को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं । हाल ही में अवैध बालू खनन का विरोध करने पर किसान की एके 47 से हत्या कर देने वाला अपराधी प्रवीण उर्फ विरू का सिंघम स्टाइल वाला पुलिस वर्दी में एक तस्वीर पुलिस को हाथ लगी हैं । ऐसा माना जा रहा है की कुख्यात प्रवीण उर्फ विरू घटनाओं को अंजाम देने के बाद पुलिस वर्दी में होने के कारण आसानी से फरार हो जाता है। प्रवीण उर्फ विरू पुलिस वर्दी के साथ काला रंग का चश्मा भी लगाता हैं । सोशल मीडिया और वाट्सअप पर प्रवीण उर्फ विरू का जो तस्वीर वायरल हो रहा है उसका ” आइडियल इंडिया न्यूज ” दावा नहीं करता है। लेकिन लोग पुलिस जांच की मांग जरूर कर रहे हैं ,ताकि कोई धोखा का शिकार न हो सकें ।
कौन है विरू ,क्यों किया किसान की हत्या।
पटना जिले के बिहटा थाना क्षेत्र के पथलौटिया में बीते 29/07/23 सुबह 8.30 बजे रामविचार राय को खुलेआम अत्याधुनिक हथियारों से लैश अपराधियों ने एके 47 से छलनी कर दिया । मृतक किसान का बेटा गुलशन कुमार ने बिहटा थाने में 14 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है।इसमें अनिश राय, अजीत कुमार ,पूर्व मुखिया निपेन्द्र सिंह ,निरंजन राय, युगल किशोर राय, बंटी राय, प्रवीण उर्फ विरू, मोनु सिंह ,शिवशंकर प्रसाद ,अजय सिंह उर्फ रंगदार, निरज सिंह ,अभिमन्यु सिंह ,अजय सिंह ,गुप्ता उर्फ सुनील राय का नाम शामिल हैं ।
उक्त अपराधी प्रवीण उर्फ विरू की जो चर्चा हो रही है वह पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र के सगुनी गांव निवासी मुकलेश सिंह का पुत्र हैं । मृतक किसान के पुत्र ने एफआईआर में स्पष्ट लिखा है की अनिश राय एवं प्रवीण उर्फ विरू ने अपने हाथ में लिए हथियार से मेरे पिताजी के सीने में गोली मार दिया और दहशत फैलाने के उद्देश्य से 40-50 राउंड फायरिंग किया गया और नाव से फरार हो गये । इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें अपराधी एके 47 से फायरिंग कर रहे हैं ।
वही लोग दबी जुबान से कह रहे है की पुलिस के अंदर इनफॉर्मर होने के कारण अपराधियों को पुलिसिया करवाई को पल पल खबर रहती है।
सरकार बालू माफिया पर कार्रवाई की कितने भी दलीलें क्यों न दे, सच्चाई तो यह है की पुलिस को बालू माफिया से मोटी रकम मिलती हैं । सरकार की ये नौकरी तो जरूर करते है लेकिन खातेदारी बालू माफिया का करते है, क्योंकि इनकी हर जरूरत की पूर्ति बालू माफिया करने से पीछे नही हटते हैं । आज भी बिना चलान और ओवरलोड लदा बालू की गाड़ी पार हो रहा है। यहीं तक सिर्फ सीमित नहीं हैं बालू खनन पर रोक के बावजूद बिहटा, रानीतालाब, मनेर, दीघा, पालीगंज में रात के अंधेरे में नदी से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है। बिहटा थाना कांड संख्या 781 /23 में ऐसा स्पष्ट उल्लेख है की किसान की हत्या अवैध खनन रोकने पर किया गया हैं । ईओयू के कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक ,डीएसपी ,डीटीओ कई थानेदार नपे लेकिन लक्ष्मी प्रसाद आज भी बालू माफिया की भा रही है । पुलिस के अंदर का इनफॉर्मर ही बालू माफिया एवं अपराधियों को पल-पल की खबरें देता हैं ।
बालू माफियाओं ने की बैठक ,भारी मात्रा में खरीद किया हथियार
हाल में भोजपुर एसपी ने 1 एसएलआर, 1 थर्टी जीरो सिक्स, 4 थ्री फीफ्टीन राइफल सैकड़ों राउंड जिंदा कारतूस और लाखों रूपये नगद बरामद किया । यह बिहार पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी हैं लेकिन पीछे की हकीकत पर गौर करें तो पाएंगे की बीते 2-3 वर्षों में बालू माफियाओं ने जिस तरह से अत्याधुनिक हथियारों से गोलीबारी किया वह बेहद गंभीर मामला है। एक-एक दिन में हजारों राउंड फायरिंग होती है, जब फायरिंग होती है तो पुलिस भी थोड़े पल के लिए पीछे हटने पर मजबूर हो जाती है। अपराधियों एवं बालू माफिया आर्थिक रूप से काभी मजबूत है। अत्याधुनिक हथियारों को मुंहमांगी रूपये पर खरीद करते हैं । पुलिस से इन्हें कोई डर नहीं रहता क्योंकि पुलिस के जमीनी स्तर तक मैनेज रखते है। डर रहता है तो सिर्फ आपसी वर्चस्व का। बालू का अवैध कारोबार फलता-फूलता रहे इसके लिए बालू माफियाओं ने बैठक किया है और पुलिस से दो-दो हाथ करने के लिए भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियारों की खरीद करने का निर्णय लिया हैं । अब देखना है की पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है।