सीतामढ़ी के रीगा प्रखंड से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सरकारी विद्यालय में प्रधान शिक्षक द्वारा तिरंगे को बिना फहराए ही छोड़कर चले जाने का मामला आया सामने।

सीतामढ़ी के रीगा प्रखंड से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सरकारी विद्यालय में प्रधान शिक्षक द्वारा तिरंगे को बिना फहराए ही छोड़कर चले जाने का मामला आया सामने।
इस मामले की वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से हो रही वायरल।
आइडियल इंडिया न्यूज़
विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता,स्टेट हेड बिहार।
पटना/सीतामढ़ी। रीगा प्रखंड क्षेत्र के बुलाकीपुर गांव के श्री राम आशीष पटेल राजकीय प्राथमिक विद्यालय में झंडा को फहराए बिना शिक्षको के चले जाने का मामला सामने आया है।बताया जाता है की प्रधान शिक्षक ने भूल से बिना राष्ट्रीय झंडा फहराए विद्यार्थियों के बीच प्रसाद का वितरण कर दिया और घर भी चले गए। मामले का पता तब चला जब गांव के कुछ लोगों की नजर स्कूल के झंडे पर पड़ी। उसके बाद वे नजदीक गए तो देखा की तिरंगा झंडा बंधा हुआ है।और उसको फहराया नहीं गया है। बिना तिरंगा झंडा फहराए शिक्षक भी अपने-अपने घर को लौट गए हैं।
गांव के युवक ने किया झंडोतोलन
हालांकि, गांव के कुछ लोगों द्वारा तिरंगे को सम्मान दिया गया और गांव के ही एक युवक के द्वारा झंडा को फहराया गया। वहीं, इस मामले में जब स्कूल के प्रधान शिक्षक से बात करने की कोशिश की गई। उन्हें फोन लगाया गया तो कॉल लगते ही उन्होंने मोबाइल को बंद कर लिया।
प्रधान शिक्षक के बारे में यह बात आई सामने।
हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि शिक्षक के द्वारा झंडा फहराया गया था। लेकिन झंडा फंस जाने के कारण पूरी तरह खुल नहीं पाया। और शिक्षक झंडे पर बिना ध्यान दिए नीचे गिरे फूलों से समझ गए कि झंडा लहरा रहा है। हालांकि, सोचने वाली बात है कि झंडा फहराने के बाद क्या शिक्षक ने झंडे को सलामी नहीं दी या झंडे को देखना मुनासिब नहीं समझा।
ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच कर दोषी लोगो पर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की है।