फार्मा वेलफेयर एसोसिएशन जौनपुर ने हर्षोल्लास के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस

फार्मा वेलफेयर एसोसिएशन जौनपुर ने हर्षोल्लास के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस
देश प्रेम राष्ट्रभक्ति के रचनाओं से झूम उठे लोग
आइडियल इंडिया न्यूज़
कृष्ण कुमार बिन्द जौनपुर
औषधि विक्रेताओं की प्रतिष्ठित एवं लोकप्रिय संस्था फार्मा वेलफेयर एसोसिएशन जौनपुर द्वारा 76वां स्वतंत्रता दिवस अशोक टॉकीज के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।इस अवसर पर जनपद मुख्यालय सहित लगभग सभी तहसील के औषधि व्यवसाईयों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। संगठन के अध्यक्ष सोमेश्वर केसरवानी द्वारा ध्वजारोहण किया गया।
फार्मा वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव विनय कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश मौर्य, चेयरमैन अशोक कुमार गुप्ता, संयोजक देवेश निगम ,संगठन मंत्री अमरेश मौर्य,व संरक्षक द्वय,श्री बलिराम सिंह व श्री महेंद्र सेठ ने ध्वजारोहण में सहयोग किया। राष्ट्रगान के साथ भारत माता की जय और वंदे मातरम की गूंज ने समूचे प्रांगण को देशभक्ति के रस में रंग दिया। इस अवसर पर संस्था के वरिष्ठ सदस्य एवं दैनिक आइडियल इंडिया समाचार पत्र के संपादक डॉ प्रमोद वॉचस्पति ने अपने काव्य पाठ के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश दिया।
” समूचे विश्व में अपनी अलग पहचान रखते हैं ,
हम अपने वीर योद्धाओं का अभियान रखते हैं।
भगत आजाद बिस्मिल देश का हर एक बच्चा है,
तिरंगा हाथ में और दिल में हिंदुस्तान रखते हैं ।।”
डॉक्टर प्रमोद वॉचस्पति की इन पंक्तियों ने उपस्थित जनसमुदाय को राष्ट्रभक्ति की भावनाओं से ओत-प्रोत कर दिया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे संस्था के महासचिव विनय कुमार गुप्ता ने राष्ट्रीय ध्वज की महत्ता एवं भारत को स्वतंत्र कराने में अमर शहीदों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा की आज का दिन हम सब भारत वासियों के लिए गर्व एवं गौरव का दिन है। हम उन सभी ज्ञात और अज्ञात शहीदों को नमन करते हैं जिन्होंने भारत माता को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलाने में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। भारत का हर एक बच्चा बच्चा उनका ऋणी और आभारी है
एसोसिएशन के प्रमुख सहयोगी जागेश्वर केसरवानी, एहसास सादिक ,मनोज विश्वकर्मा, अवधेश केसरवानी, लाल जी गुप्ता, स्वतंत्र जायसवाल ,रामेश्वर केसरवानी के सहयोग से कार्यक्रम पूरी तरह सफल रहा। कार्यक्रम के उपरांत समस्त उपस्थित औषधि व्यवसाईयों के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था उल्लेखनीय रही।