प्रसूता की मौत पर हंगामा, सौदा हुआ डेढ़ लाख में
प्रसूता की मौत पर हंगामा, सौदा हुआ डेढ़ लाख में
आइडियल इंडिया न्यूज़
जीपी गुप्ता वाराणसी
डुबकियां चौबेपुर स्थित एक निजी अस्पताल में मंगलवार को एक प्रसूता की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया ।पुलिस ने उन्हें शांत कराया परिजनों ने थाने में कोई तहरीर नहीं दी।
सूत्रों के अनुसार नरायनपुर गाँव के सुरेश कुमार की लड़की निधि को 18 अक्टूबर को गांव की आशा रंजना ने चिरई गाँव सी .एच. सी. न ले जाकर डुबकिया बाजार स्थित शिवलोक हॉस्पिटल में भर्ती करवा दी। जहां डॉक्टर सेहरा खातून ने सिजेरियन करके एक बच्चे का प्रसव कराया। प्रसव के एक सप्ताह बाद हास्पीटल से निधि व उसकी बच्ची घर चले गए।
बताया गया कि28 अक्टूबर को निधि के पेट में असह्य पीड़ा हुई और सर्जरी के जगह पर मवाद आने लगा। जिसको लेकर परिजन 28 अक्टूबर को शिवलोक हॉस्पिटल डुबकिया में निधि को पुनः भर्ती कराया। जहां निधि की हालत बिगड़ती चली गई।परीजन ने डाक्टर सेहरा खातुन को बुलाने का बार-बार आग़ह करते रहे।लेकिन समय पर डा0सेहरा खातुन पहुँच गयी होती तो सायद नीधि की जान को बचाया जा सकता था।बिगड़ती हालत को देखकर डॉक्टर सेहरा खातुन ने उसको शिवपुर स्थित एक अस्पताल में रेफर करने स्वयं पहुची जहाँ अस्पताल ने बी. एच .यू.ले जाने की बात कही।लेकिन बी.एच.यू.ले जाने से पहले नीधि की मौत हो गयी।
नाम न बताने शर्त पर लोगों ने बताया कि निधि की मौत तोअस्पताल में ही हो गई थी। वह तो सिर्फ ड्रामा था ।परिजनों ने नीधि के शव को लेकर हंगामा किया । स्थानीय पुलिस आकर लोगों को शांत करायी।
कुछ लोगों ने सुलहः समझौता करवा कर नीधि के पिता से डेढ़ लाख रुपये में सौदा तय करवा दिया ।
इस सम्बंध में पी एच सी प्रभारी डॉक्टर अमित से बात हुई तो किसी भी प्रकार के हॉस्पिटल चलने से उन्होंने इनकार किया। और बताया कि ऐसे हॉस्पिटलों का रजिस्ट्रेशन सीएमओ कार्यालय से होता है। सत्यता की जाँच के लिए आशा रंजना को बुलाकर तथ्यों की जांच पड़ताल कर रहे हैं।
सूत्रो के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के रहमोकरम पर हर बाजार मोहल्ले में ऐसे हास्पिटल खूब फल फूल रहे हैं ।जिससे विभागीय लोगों को मोटी रकम भी प्राप्त होती है।
ऐसे हॉस्पिटलों पर चिकित्सा विभाग का बरदहस्त आखिर कब तक रहेगा। और लोगों की जान जाती रहेगी ।यह सोचने की बात है। सेहरा खातून के हॉस्पिटल शिवलोक पर इस समय सियापा छाया हुआ है।