ग्लोबल अल्ट्रासाउंड फेटल मेडिसिन सेंटर द्वारा आयोजन किया गया,सी.एम.ई प्रोग्राम
ग्लोबल अल्ट्रासाउंड फेटल मेडिसिन सेंटर द्वारा आयोजन किया गया,सी.एम.ई प्रोग्राम,
फेटल सेंटर की सीनियर कंसल्टेंट रेडियोलॉजी, डॉ सुचिता नंदा ने दी महत्वपूर्ण जानकारियां
आइडियल इंडिया न्यूज़
डा ए के गुप्ता द्वारका नई दिल्ली
दिल्ली, द्वारका स्थित वेलकम होटल मे 3 नवम्बर को सी.एम.ई प्रोग्राम, ग्लोबल अल्ट्रासाउंड फेटल मेडिसिन सेंटर द्वारा आयोजन किया गया, जिसमें फेटल सेंटर की सीनियर कंसल्टेंट रेडियोलॉजी, डॉ सुचिता नंदा ने कहा कि, प्रसव के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था का पता लगाने और निदान करने का सबसे अच्छा तरीका है रक्त और मूत्र परीक्षण, अल्ट्रासोनोग्राफी, तथा बायो फिजिकल प्रोफाइल जो अल्ट्रासाउंड का उपयोग करके उनकी सांस लेने की गतिविधियों तथा एमनियोटिक फ्लूड की निगरानी करता है।
जिन महिलाओं के बच्चों में अनुवांशिक विकार या जन्म दोष होता है, उनके दूसरे बच्चे में भी इसी तरह की समस्या होने की संभावना अधिक होती हैl यदि यह महिलाएं फिर से गर्भवती हो जाती है तो उच्च रेजोल्यूशन अल्ट्रासोनोग्राफी, कोरियोनिक विल्लस सेंपलिंग और ऐम्नीओसेंटेसिस जैसे परीक्षण, यह निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं की, भ्रूण में अनुवांशिक विकार या जन्म दोष है या नहीं। इन महिलाओं को फेटल विशेषज्ञ डॉक्टर के पास भेजा जा सकता हैl इसके अलावा, गर्भावस्था की अन्य जटिलताओं जैसे गर्भाशय में भ्रूण को गिरने वाला तरल पदार्थ, एमनियोटिक फ्लूड गर्भाशय ग्रीवा की अपर्याप्तता, एकटॉपिक गर्भावस्था, हाइपरिमेसिस ग्रेविडेरम, इंट्राएमनियोटिक संक्रमण, मृतप्रसव, प्रिक्लैंपसिया, आर.एच असंगति शामिल है। इस मौके पर उपस्थित सभी डॉक्टरों का हौसला अफजाई करते हुए, पूर्व एम्स की प्रोफेसर डॉ दीपिका डेका ने कहा कि हमारी तकनीकी और प्रौद्योगिकी यहां अत्ययाधुनिक है। हमारा दृष्टिकोण बहुविषक है और हमारा वादा है कि हम प्रत्येक मरीज का गर्मजोशी, गरिमा और सम्मान के साथ इलाज करेंगे जिसकी हमें सेवा करने का सौभाग्य मिला हैl इस मौके पर उपस्थित वरिष्ठ डॉक्टर्स, डॉ लीना श्रीधर, डॉ सीमा ठाकुर, डॉ मोनिका भाटिया, डॉ नीरू किरण, डॉ रीता रंजन, डॉ शिल्पा घोष, डॉ मधुलिका सिंहा, डॉ अर्चना रावत, डॉ दीप्ति यादव, डॉ प्रतिभा गुप्ता, डॉ प्रियंका, डॉ शालिनी अग्रवाल और डॉ सोनालिका अग्रवाल ने अपना-अपना वक्तव्य दिया। इस प्रोग्राम का आयोजन ग्लोबल अल्ट्रासाउंड के मैनेजर संजय जी एवं अरुण, शीतल और नेहा के सहयोग से सफल रहा।