इंसानियत से बड़ा कोई पुनीत कार्य नहीं:-फुरक़ान मियां
इंसानियत से बड़ा कोई पुनीत कार्य नहीं:-फुरक़ान मियां
हम सबको अपने आचरण को बेहतर बनाना होगा:-शोएब
मियाँ
काजिम हुसैन खैराबाद।सीतापुर
आज ईद उल अज़हा के अवसर पर पूरे क़स्बे में हर्षोल्लास के साथ ईद उल अज़हा का पावन पर्व मनाया गया जिसमे विभिन्न मस्जिदों में ईद उल अज़हा की नमाज़ अदा की गई जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने नमाज़ अदा की और देश मे अमन शांति बनी रहे इसके लिए सभी मस्जिदों में पेश इमामों ने दुआ भी की तथा गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद भी दी।इसी क्रम में दरगाह बड़े मख़दूम साहब में इमाम मस्जिद नजमुल हसन शोएब मियां ने कहा कि हमे सबसे पहले अपने अख़लाक़ किरदार चरित्र को अच्छा बनाना होगा और जब आचरण अच्छा होगा तभी हम समाज को नई रोशनी और नई राह दिखाने का काम कर पाएंगे।दरगाह हाफिज़िया अस्लममियाँ की मस्जिद के इमाम हाजी सैय्यद फुरक़ान मियां हाशमी ने कहा कि हमे सबसे पहले अच्छा इंसान बनना होगा और जब हमारे अन्दर इंसानियत आ जाएगी तो फिर हम एक अच्छे इंसान बनकर समाज के कमज़ोर और मजबूर लोगो की मदद करके उन्हें आगे बढाने में काम करेंगे आज समाज मे जो बुराइयां फैल रही हैं उसकी वजह हमारे अन्दर से इंसानियत का खत्म हो जाना और शिक्षा की कमी अगर यह दोनों आ जाएं तो बेहतरीन ज़िन्दगी गुजारने वाले हम बन जाएंगे। जबकि सूफी चिश्ती दर के क़ारी इस्लाम ने कहा कि आपसी भाईचारा प्रेम मोहब्बत से लोगों के दिलों को जीतने का काम करना होगा।जबकि दरी मंडी मस्जिदे हिरा में मौलाना आफ़ताब आलम नदवी खैराबादी ने कहा सभी धर्मों में अमन शांति का पैग़ाम दिया गया है हमे उसी पैग़ाम को आगे बढ़ाना होगा ।अल्लामा फ़ज़ले हक़ खैराबादी मेमोरियल एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी खैराबाद के संस्थापक पत्रकार शिक्षक काज़िम हुसैन ने कहा कि मानवता से बड़ा और अच्छा कार्य नहीं है इसके लिए सबसे पहले हमें इसी पर काम करना होगा और अपने माता पिता और अपने पड़ोसियों से अच्छा सद्ब्यवहार करना होगा।वहीं क़स्बे की शाही ईदगाह में नमाज़ इमाम मौलाना ज़फर अली क़ादरी उर्फ बब्बन मियां के अस्वस्थ होने के कारण हाफ़िज़ व क़ारी अब्दुल बाक़ी ने पढ़ाई इस अवसर पर बहुत भीड़ रही। जबकि ईदगाह मतवल्ली इकराम हुसैन ने सभी क़स्बा वासियों को ईद उल अज़हा की मुबारकबाद पेश की और क़स्बे में अमनो अमान क़ायम रखने के लिए सभी धर्म जाति व सम्प्रदाय के लोगों से अपील भी की।