05/07/2025
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पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाला अजय सिंह खुद ही फसा पुलिसिया जांच के लपेटे में*

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*पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाला अजय सिंह खुद ही फसा पुलिसिया जांच के लपेटे में*

*वादी अजय सिंह के खिलाफ दर्ज है मारपीट, बलवा जैसे गंभीर धाराओं में केस*

*पुलिस की जांच थ्योरी में नए तथ्यों के खुलासे से आरोपी बने पत्रकार को मिल सकती है मजबूती*

आइडियल इंडिया न्यूज़
धर्मेन्द्र सेठ जौनपुर

*जौनपुर। शहर के दो प्रतिष्ठित पत्रकारों के खिलाफ तथ्यों को छिपाकर दर्ज कराए गए झूठे मुकदमे में नया मोड़ आने से हड़कंप मच गया है।*

 

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*प्रकरण पुलिस के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आते ही पुलिस ने घटना से जुड़े हर पहलुओं की थ्योरी को गंभीरता से खंगालना शुरू कर दिया है। अब तक की हुई जांच पड़ताल में प्रथम दृष्टया मुकदमा दर्ज कराने वाला वादी अजय सिंह खुद ही पुलिसिया जांच के घेरे में संदिग्ध हो गया है।*
*क्योंकि उसके खिलाफ जिले के सरपतहां थाना क्षेत्र में धारदार हथियार से हमला करने, घर में घुसकर मारने पीटने और बलवा करने जैसे आईपीसी की कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।*
*पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना की जांच कर रहे बकौल उप निरीक्षक का मानना है कि मुकदमे के वादी अजय सिंह द्वारा बीते दिवस नगर कोतवाली पुलिस को दिए गए तहरीर में घटना का जो विवरण बताया कि मनीष श्रीवास्तव और तामीर हसन द्वारा मेरे ऊपर हमला करने के उद्देश्य से मेरी गाड़ी के बोनट पर ईट से हमला कर शीशा तोड़ने और हाथापाई करने का आरोप लगाया है।*
*वैसे इस पूरे मामले में पुलिस ने अपनी जांच की थ्योरी को जैसे ही तेज किया तो आरोप लगाने वाले वादी के खिलाफ खुद भी कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने का खुलासा होते ही पुलिस ने वादी को पूरी तरह से संदिग्ध मान लिया है।*
*पुलिस सूत्रों का कहना है कि शहर के दोनों पत्रकारों के खिलाफ दर्ज मुकदमे में जांच की प्रक्रिया अगर इसी प्रकार चलती रही तो इस पूरे मामले में कई नए रोचक तथ्य उभरकर सामने आ सकते हैं।*
*खुद उस समय मौजूद वहां आसपास के कुछ दुकानदारों ने भी घटना पर संदेह बताया है।*
*फिलहाल मामला पुलिसिया जांच रिपोर्ट आने तक अभी कुछ कहना ठीक नहीं है लेकिन समाज में फैली तमाम बुराइयों को आम जनता के बीच निष्पक्षता के साथ उजागर करने वाले पत्रकारों के खिलाफ तथ्यों को छुपाकर*
*दर्ज कराए गए मुकदमे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।*

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