जिला प्रशासन अगर होगा चुस्त, तभी पाठशालाएं होंगे दुरुस्त
जिला प्रशासन अगर होगा चुस्त, तभी पाठशालाएं होंगे दुरुस्त
आइडियल इंडिया न्यूज़
धर्मेन्द्र सेठ जौ
जनपद जौनपुर में डेंगू व मलेरिया के प्रकोप से मृत्यु दर निरंतर बढ़ रहा है जिससे जन वासियों में हा हा कर मची हुई है तथा समस्त चिकित्सालय में डेंगू व मलेरिया के रोगियों की अधिकता ही दिख रही है यूं तो हर क्षेत्र में जिला प्रशासन द्वारा डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए फागिंग व कीट नाशक दवा का छिड़काव भी किया जा रहा है पर डेंगू व मलेरिया के रोगियों की संख्या में बढ़ोत्तरी ही हो रही है
तथा कुछ सप्ताह के भीतर सरकारी, कर्मचारी, शिक्षक, अधिवक्ता व छात्रों की भी मृत्यु हुई है जो अत्यधिक पीड़ादायक है ऐसे समाचारों से जन वासी भी भय के साये में जीवन यापन करने को विवश है जिसमे अत्यधिक भयभीत तो अभिभावक है जो अपने बच्चो को स्कूल भेजने पर मानसिक तनाव से ग्रस्त रहते है क्योंकि निजी पाठशालाए बहुत ही कम नियमो का पालन करते है
जिससे स्कूली बच्चों में भी डेंगू मलेरिया के लक्षण तीव्रता से फैल रही है इसका मुख्य कारण तो कक्षाओं की खिड़कियों में जाली का न लगना? स्कूल के अगल बगल की नालियों की प्रतिदिन साफ सफाई न होना? एसी व कूलर के रुके पानी की सफाई न होना? पीने के पानी की टंकी का प्रति सप्ताह साफ सफाई न होना? बच्चो को फुल कमीज फुल पेंट व स्कर्ट के साथ पजामी पहनने के लिए प्रभाव न डालना? आदि जिला प्रशासन इन विषयो को गंभीरता से लेते हुए अपने निर्देशानुसार समस्त पाठशालाओं का निरीक्षण कर उचित वयवस्था का प्रबंध करे तभी स्कूली बच्चो को सुरुक्षित किया जा सकता है