अपराधियों के लिए साइनाइड जहर तो असहाययों में सहारे की बैसाखी जैसा रहा है डा.अजय पाल शर्मा का पिछला कार्य।

अपराधियों के लिए साइनाइड जहर तो असहाययों में सहारे की बैसाखी जैसा रहा है डा.अजय पाल शर्मा का पिछला कार्य।
संवाददाता, सुनील मिश्रा व प्रमोद वाचश्पति
हमेशा देखी गई एक अलग कार्यशैली एंल दरियादिली, बिते दो दिन पूर्व भीषण गर्मी को देखते हुए जौनपुर में वृध्दाश्रम में कूलर भेंट किए
जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पुलिस अधीक्षक एनकाउंटर मैन आईपीएस डाॅ.अजय पाल शर्मा का जन सहयोग और उनकी कार्रवाई प्रदेश से लेकर देशभर के लोग जानते हैं।अजय पाल शर्मा हर समय कुछ अलग करते हैं।एक बार फिर अजय पाल शर्मा ने कुछ अलग करते हुए दरियादिली दिखाई है,जो लोगों के लिए प्रेरणा है।
बताते चलें कि डाॅ.अजय पाल शर्मा भीषण गर्मी को देखते वृद्धाश्रम में रह रहे असहाय बुजुर्गों के लिए एयर कूलर दिया है।बहुत कप्तान आए और गए, लेकिन इस तरह दरियादिली कम ही दिखाए।कूलर पाने के बाद वृध्दजनों में जहां खुशी है तो वहीं अजय पाल शर्मा को आशीर्वाद भी दे रही हैं।सक्षम लोगों को भी चाहिए कि असहायों और जरुरतमंदों की मदद करें,जिससे जीवनयापन करने में अभाव का भाव दूर हो।
योगी सरकार के पार्ट-1में आईपीएस अजय पाल शर्मा को गौतमबुद्ध नगर जिले का एसएसपी बनाकर जिम्मेदारी दी गई थी।अजय पाल शर्मा की छवि एक तेज तर्रार आईपीएस में होती है। 16 मार्च 2018 से 7 जनवरी 2019 तक अजय पाल शर्मा का कार्यकाल रहा।इस दौरान गौतमबुद्ध नगर में अजय पाल शर्मा ने कई एनकाउंटर किए।
गौतमबुद्ध नगर की कमान संभालने के बाद से ही अजय पाल शर्मा काफी एक्टिव हो गए थे।कई इनामी बदमाश उनके कार्यकाल के दौरान जिला छोड़कर भाग गए थे। बदमाशों में खौफ का कारण कोई और नहीं बल्कि अजय पाल शर्मा थे। नोएडा में कई बड़े-बडे़ विवादों को अजय पाल शर्मा ने सूझबूझ से सुलझाया था,जिसमें एडीएम और सेवानिवृत्त कर्नल और नोएडा के सेक्टर-58 में पार्क में नमाज अता करने के मामला मुख्य था।
अजय पाल शर्मा ने 5 हजार से लेकर 1 लाख तक के कई इनामी बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया है।कुछ खनन माफिया पर एनएसए भी लगाया।भ्रष्टाचार में डूबे 63 से अधिक पुलिसकर्मियों पर केस भी दर्ज कराया। इसके अलावा नोएडा में एक इंस्पेक्टर पर उसी के थाने में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया। कॉल सेंटर चलाकर विदेशियों को ठगने के मामले में सबसे अधिक कार्रवाई अजय पाल शर्मा के समय में हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर हिंसा पर पैनी नजर रखने के लिए और अधिकारियों के सहयोग के लिए एनकाउंटर मैन आईपीएस अजय पाल शर्मा को कानपुर भेजा था। अजय पाल शर्मा के कानपुर पहुंचते ही उपद्रवियों सहित अपराधियों में जबरदस्त खौफ देखने को मिला था।कानपुर से पहले लखीमपुर खीरी में हुए किसानों के बवाल के बाद सीएम योगी ने अजय पाल शर्मा को ही कमान सौंपी थी।
पंजाब के लुधियाना के रहने वाले 37 वर्षीय डाॅ. अजय पाल शर्मा यूपी कैडर के वर्ष 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। अजय पाल शर्मा की पहली पोस्टिंग सहारनपुर में हुई। इसके बाद ट्रांसफर मथुरा हुआ।
अजय पाल शर्मा ने यूपी में एक के बाद एक कई एनकाउंटर किए, जिसके बाद उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहा जाने लगा।अजय पाल शर्मा 2019 जून तब यूपी में सुर्खियों में आए थे जब रामपुर में एसपी रहते हुए अजय पाल शर्मा ने एक छह वर्ष की बच्ची से रेप के बाद हत्या की वारदात में आरोपी नाजिल को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया था।नाजिल को एनकाउंटर में तीन गोलियां लगी थी।अजय पाल शर्मा ने ही कैराना पलायन के आरोपी को भी गिरफ्तार किया था,जिसके बाद अजय पाल शर्मा सिंघम जैसे नामों से जाने पहचाने लगे।
अजय पाल शर्मा शुरू में एक दांत के डॉक्टर थे।छोटा भाई एमबीबीएस डॉक्टर थे।परिवार के कहने पर अजय पाल शर्मा ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी और आखिर में दोनों भाइयों का सिलेक्शन हो गया। अजय पाल शर्मा ने पुलिस सेवा ज्वाइन कर ली और उनके छोटे भाई आईएस बन गए। अजय पाल शर्मा पढ़ाई लिखाई में शुरू से ही तेज थे।अजय पाल शर्मा ने हाई स्कूल में स्टेट टॉप किया था। अजय पाल शर्मा 3 विषयों हिंदी, अंग्रेजी और गणित में 100 में 100 अंक हासिल किए थे,लेकिन ग्रेजुएशन तक आते आते अजय पाल शर्मा का अंक बेहद कम आने लगे। हालांकि अजय ने कभी हार नहीं मानी।
साल 2008 में अजय पाल शर्मा ने डेंटिस्ट की जॉब छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की।साल 2009 में अजय पाल शर्मा ने रिटर्न की परीक्षा में सफल हुए, लेकिन इंटरव्यू क्लियर नहीं कर पाए।इसके बाद में अजय पाल शर्मा ने ऑल इंडिया में 17 वी रैंक हासिल की।अजय पाल शर्मा की सोशल मीडिया पर अच्छी फैन फॉलोइंग है।फिलहाल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अजय पाल शर्मा को जौनपुर जिले के एसपी की कमान सौंपी है।