मजाक बन कर रह गया मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला

मजाक बन कर रह गया मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला
आइडियल इंडिया न्यूज़
राजकमल मिश्रा
महराजगंज,(जौनपुर )
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजाबाजार में रविवार लगा स्वास्थ्य मेला कागजो तक ही सिमट कर रह गया !
रविवार आरोग्य स्वास्थ्य मेला राजाबाजार में घोर लापरवाही देखने को मिली !साढे बारह बजे तक स्वास्थ्य विभाग का कोई जिम्मेदार कर्मचारी तक मेले मे उपस्थित नही दिखाई दिया ! स्वास्थ्य मेले में स्वास्थ्य केन्द्र की सभी कुर्सिया खाली रही !भीतर एक कमरे में वार्डब्वाय संजय कुमार प्रजापति बेड पर अपने एक सहयोगी के साथ अलग अलग बेड पर गहरी नीद मे सोते मिले ! रविवार दोपहर कडी धूप मे जब पत्रकारो की टीम आरोग्य मेला राजाबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुची तो अस्पताल परिसर में स्थित कुछ दूरी पर एक आवास की फर्स पर एक महिला के साथ दो छोटे छोटे बच्चे महिला बकरी चराते मिले !
बच्चो ने बताया कि अस्पताल खुली है दो ब्यक्ति अंदर सो रहे है ! बच्चो के साथ पत्रकार टीम ने गहरी नीद मे सो रहे व्यक्ति को जब जगाया तो उसने अपना परिचय वार्डब्वाय के रूप में संजय कुमार प्रजापति बताया ! वार्डब्वाय ने बताया कि यहां न किसी डाक्टर की तैनाती है ना ही किसी फार्मासिस्ट की ! एक एलटी अंगद सिह और एक एलए रवीन्द्र प्रताप सिह दोनो की कागज पर तैनाती है परन्तु वे दोनो बारी- बारी से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महराजगंज पर अटैच रहते है !ऐसी स्थिति मे अकेले वार्डब्वाय के सहारे अस्पताल और आरोग्य स्वास्थ्य मेला कैसे सम्भव है तो दवा देने तक का अधिकृत नही है !
इस बावत जब एडिसनल सीएमओ डा० एस सी वर्मा से फोन पर आरोग्य मेला की बात बताई गयी तो उन्होने स्वयं अपनी तबियत खराब होने व इस विषय पर बाद मे बात करेगे कहते हुए फोन काट दिये!
शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को नि:शुल्क जांच व उपचार के साथ ही बीमारियों के प्रति जागरूकता व परामर्श के लिए मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला लगाए जाने का निर्देश दिया गया है। शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही । मरीजों में कुछ जागरूकता दिखी।लेकिन हाल फिलहाल यह औपचारिकता तक ही सीमित रह गया ।मेले में आयुष्यमान कार्ड, गर्भावस्था व प्रसव काल में परामर्श, संस्थागत प्रसव संबंधित जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं उपचार बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम नियमित टीकाकरण परिवार नियोजन,टीबी, मलेरिया,डेंगू,फाइलेरिया आदि बीमारियों की आवश्यक जांच एवं उपचार सहित एवं विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराए जाने की योजना बनाई गई है। लेकिन हकीकत से परे सब कागज पर ही होता दिख रहा है।