साहित्य परिषद मीरजापुर के द्वारा पण्डित उमाशंकर मिश्र रसेन्दू की चतुर्थ पुण्यतिथि मनायी गयी
साहित्य परिषद मीरजापुर के द्वारा पण्डित उमाशंकर मिश्र रसेन्दू की चतुर्थ पुण्यतिथि मनायी गयी
आईडियल इंडिया न्यूज
अखिलेश मिश्र “बागी” मीरजापुर
साहित्य परिषद् – मीरजापुर के तत्वावधान में भारतीय संस्कृति-मनीषा के पोषक आचार्य पंडित उमाशंकर मिश्र “रसेन्दु” की चतुर्थ पुण्यतिथि ३० जून को शांकरी आश्रम पर आयोजित की गयी । साहित्य परिषद् के संयोजक रामेश्वर प्रसाद मिश्र ने स्व. उमाशंकर मिश्र के छायाचित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि आज चतुर्थ पुण्य तिथि है, जीवन में मैं आप से गहरे रूप से प्रभावित रहा उनकी रचना आधुनिक हिन्दी साहित्य जगत के कई महाकाव्य जिसमें भरत महाकाव्य (महाकाव्य), श्रीकृष्ण महाकाव्य (महाकाव्य), आचार्य शंकर काव्य (महाकाव्य), भृगुराज विजय, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा ‘तुलसी नामित पुरस्कार’ से अलंकृत महाकाव्य, भरत महाकाव्य, मेवाड़ केशरी (प्रबंध काव्य) महाभारत मणि (उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा ‘नंद किशोर’ नामित पुरस्कार), विन्ध्य दर्शन, गंगा दर्शन, आचार दर्शन, विजयाष्टक, तुलसी विजय, सरयूपारीण ब्राह्मणवंश गोत्रावली में भारतीय संस्कृति का यथार्थ रूप का चित्रण किया है। उनकी साहित्य संपादित कृतियों में हरिहर गीतावली, शिवा पत्रिका, शंकराचार्य अभिषेक अंक, धर्मसम्राट स्वामी करपात्री विशेषांक, छत्रपति शिवाजी महाराज विशेषांक और शांकरी साप्ताहिक समाचार पत्र में उमाशंकर मिश्र “रसेन्दु” भारतीय संस्कृति और मनीषा को साहित्य के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने का भगीरथ प्रयास किया है। भारतीय मनीषा से ओतप्रोत, परम भागवत परमपूज्य पिताजी की चतुर्थ पुण्यतिथि के अवसर पर शांकरी परिवार पिताश्री के श्रीचरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं । आयोजित श्रद्धांजलि सभा में डा.जितेन्द सिंह ‘संजय’, आचार्य हरिश्चन्द्र दुबे, रत्नेश पाण्डेय एडवोकेट, शशि दुबे, हरिदत्त मिश्रा एडवोकेट, विनय दुबे एडवोकेट, विमल दुबे, अनिल श्रीवास्तव, अरविंद पाण्डेय सहित जिले के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।