गौशाला में दुर्व्यवस्था की चरम सीमा। ना चारा, ना पानी, साफ सफाई भी नदारत

गौशाला में दुर्व्यवस्था की चरम सीमा। ना चारा, ना पानी, साफ सफाई भी नदारत
आइडियल इंडिया न्यूज़
सीताराम गुप्ता श्रावस्ती
श्रावस्ती। जनपद को एक धर्म क्षेत्र माना जाता है जहां पर गाय को माता के समान सम्मान दिया जाता है ।परंतु यहां के विकासखंड गिलौला अंतर्गत ग्राम सभा गौहनिया में एक गौशाला का निर्माण कराया गया है जिसमें सभी नस्ल की गायों को रखा जाता हैं ।परंतु इस गौशाला के अंदर हमारे संवाददाता द्वारा जब पड़ताल की गई तो भारी दुर्व्यवस्थाओं का अंबार दिखाई पड़ा ।
पशुओं के लिए हरी घास और चारे की कमी साफ दिखाई पड़ी। पीने के लिए पानी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं दिखाई पड़ा। चारों तरफ गंदगी का अंबार। जिसमें सांस लेना भी दूभर हो जाए। गायों के गोबर की सफाई भी नहीं हो पाई है। एक निगाह देखने से तो यही लगता है कि पशुओं को गोबर के ही जमीन में रहना पड़ रहा है ।वहां महीना भर से गोबर की सफाई भी नहीं की गई है । बावजूद इसके गौशाला के प्रबंधक के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता। ऐसी गंदगी के वातावरण में रहने वाले मवेशियों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है ,और इन गायों के दूध में भी इंफेक्शन का डर बना रहता है ।जितने जनप्रतिनिधि हैं सब इस समय इलेक्शन के माहौल में व्यस्त हैं ।किसी को इस तरफ ध्यान देने की फुर्सत नहीं है ।ना शासन न प्रशासन। फिर इन इन बेसहारा बेजुबान जानवरों का कौन हाल-चाल लेगा। जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया जा रहा है।