किसी पर आरोप लगाने के पहले लाख बार सोचो

किसी पर आरोप लगाने के पहले लाख बार सोचो
जिनकी आप बुराई करते हैं वह चोर उचक्के डकैत दुराचारी व्यभिचारी छिनरे नशेड़ी शराबी देशद्रोही गद्दार भ्रष्ट बेईमान घूसखोर औरतखोर और गुंडे बदमाश क्या हमारे आपके साथ नहीं जुड़े हैं
और क्या हम उनके घर नहीं आते जाते हैं और क्या वह हमारे घर नहीं आते जाते हैं क्या हम उनके घर के व्यंजन मिठाई पकवान नहीं खाते
और क्या हम उनके घर के विवाह और मांगलिक कार्य का बहिष्कार करने की हिम्मत रखते हैं फिर दुनिया भर की नौटंकी क्यों ईमानदारी कर्तव्य निष्ठा सदाचार नैतिकता और अन्य मानवीय मूल्यों का व्यर्थ में ढिंढोरा क्यों पीटते हैं
मैंने एक नहीं अनेक बार ऐसा देखा है की पीठ पीछे जिन बुरी औरतों और बदमाशों की लोग बुराई करते हैं सामने पढ़ने पर थूक कर चाट लेते हैंडॉक्टर दिलीप कुमार सिंह