राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी सत्ता पक्ष की करतूत:मुन्ना साह

राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी सत्ता पक्ष की करतूत:मुन्ना साह
23 अक्टूबर को बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति पर किया जाएगा विचार
आइडियल इंडिया न्यूज
विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता कैमूर बिहार
कैमूर/भभुआ। सासाराम से राजद प्रत्याशी के नामांकन के समय हुई गिरफ्तारी से तैलिक साहू समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।समाज के लोग इसे सत्ता पक्ष की करतूत बता रहे है।तैलीक साहू समाज के जिला अध्यक्ष कैमूर मुन्ना गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सत्येंद्र प्रसाद की लोकप्रियता एवं जीत सुनिश्चित देख सत्ता पक्ष के लोगो ने एक साजिश एवं षड्यंत्र के तहत अपने पावर का दुरपयोग कर पुलिस पर दबाव डालकर गिरफ्तार करवाया है।ताकि उनकी उपस्थिति का फायदा एनडीए प्रत्याशी को सीधे मिले।उन्होंने कहा कि अपनी पराजय को जीत में बदलने के लिए सत्ता पक्ष के लोगो ने निराशा एवं हताशा में ऐसा घृणित कार्य राजनीत में खेला है।जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष एक सत्येंद्र साह को गिरफ्तार किया है।जबकि सासाराम विधान सभा में घर घर सत्येंद्र साह विराजमान है,कितने को जेल में डालोगे।उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग कितनाहु धोखा धणी भरी चाल चल ले सत्येंद्र साह को विधान सभा जाने से वे रोक नहीं सकते।आगे कहा कि इस मुद्दे को लेकर तैलीक गौरव भवन भभुआ में स्थित जिला कार्यालय में 23 अक्टूबर को एक महत्ती बैठक बुलाई गई है।जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
डीएसपी सासाराम
उधर सासाराम सदर डीएसपी ने जिला अध्यक्ष द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुवे बेवुनियाद और निराधार बताया।तथा कहा कि झारखंड के एक न्यायालय से निर्गत गैर जमानतीय वारंट के आलोक में उन्हें गिरफ्तार कर संबंधित न्यायालय को चालान किया गया है।इसमें पुलिस को पक्ष विपक्ष की राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।उन्होंने कहा कि सत्येंद्र साह ने खुद अपने नामांकन पत्र में इस बात को अंकित किया है कि गढ़वा थाना कांड संख्या 320/2004 जो मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी गढ़वा झारखंड के न्यायालय में लंबित है।जिसमें धारा 395,397,120 (बी0) भा0द0वि0 घातक हथियार के साथ डकैती,लुट का अभियुक्त बनाया गया है।जिसमें न्यायालय में उपस्थित नहीं होने के कारण नांबलेबुल वारंट निर्गत है।हालांकि चुनाव के एनमौका पर हुई इस गिरफ्तारी की लोगो द्वारा किए गए विरोध पर उन्होंने कहा कि वारंट कब से थाना पर कार्रवाई हेतु लंबित था।और इसके अनुपालन के लिए कौन दोषी है।इसकी जांच कराई जाएगी।एवं जो दोषी होंगे उन पर भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। जबकि सत्ता पक्ष के लोगो का कहना है कि उनकी गिरफ्तारी न्यायालय के आदेश पर पुलिस द्वारा की गई है।सहानभूति वोट विटोरने के लिए ऐसा अफवाह मतदाताओं में फैलाई जा रही है।जिसको सभी मतदाता बखूबी समक्ष रहे है।विपक्ष के लोग कितनाहु चाल चल लें सत्येंद्र साह विधान सभा का मुंह नहीं देखनेगे।