अच्छा वह सच्चा मुसलमान वही जो किसी को तकलीफ ना पहुंचाए,,, मौलाना उरूज,,,
,,,,सालाना मजलिस आयोजित,,,,
अच्छा वह सच्चा मुसलमान वही जो किसी को तकलीफ ना पहुंचाए,,, मौलाना उरूज,,,

अन्सार अहमद खान जौनपुर
चहारसू की रौजे वाली मस्जिद में मरहूम हसीन अहमद की सालाना मजलिस शेख नुरुल हसन मेमोरियल सोसायटी के द्वारा आयोजित की गई मजलिस को आली जनाब मौलाना उरूज हैदर खान साहब ने संबोधित करते हुए कहा कि इस्लाम का पहला फलसफा खिदमते हल्क है मौलाना ने कहा कि इस्लाम मजहब को मानने वाला कभी आतंकवादी नहीं हो सकता वह कभी भी आतंकवाद की पैरवी नहीं कर सकता अगर वह इस तरह की हरकत करता है तो यह मानना चाहिए कि वह केवल नाम का मुसलमान है,, अच्छा और सच्चा मुसलमान वही जो किसी को तकलीफ न पहुंचाएं ,
हजरत इमाम हुसैन की शहादत को सुनकर उपस्थित जन दहाड़े मार कर रोने लगा। मजलिस में शोज़ खानी जनाब नजफ साहब और उनके साथियों ने की पेशखानी जनाब सैफ अब्बास एवं जनाब सुर्खाब ने की जनाब नईम हैदर के नेतृत्व मेंअंजुमन कासिमियाने नौहा, मातम किय मजलिस के आखिर में मरहूम हसीन अहमद इब्ने शेख नूरुल हसन मरहूम के लिए सूरह फातिहा पढ़ी एवं समाजसेवी अली मंजर डेज़ी ने मजलिस में आए हुए सभी का शुक्रिया अदा किया इस मौके पर मुख्य रूप से अजहर अब्बास, वसीम हैदर, असलम नकवी ,तहसीन अब्बासी, सोनी,फ़ैज़ , डॉक्टर राहिल, सिकंदर इकबाल, नियाज हैदर, फिरोज हैदर नासिर रजा गुड्डू, मुन्ना, मोहम्मद, बहादुर ,सोनू ,राजा, तालिब रजा शकील, अहसन नजमी, एडवोकेट शकील अहमद, मिर्जा बाबर, समाजसेवी सैयद परवेज हसन जाफर अब्बास, वसीम अहमद, मुनीर सीकणवाला,शहरयार, शौकत मास्टर, ,इसरार हुसैन एडवोकेट, इजहार हुसैन खां, इस्सन, आसिफ आब्दी, इत्यादि लोग मौजूद रहे