कलश जलभरी व शोभा यात्रा के साथ श्री मां कामाख्या मंदिर अवंती पर शुरू हुआ 11 दिवसीय श्री चंडी महायज्ञ
कलश जलभरी व शोभा यात्रा के साथ श्री मां कामाख्या मंदिर अवंती पर शुरू हूवा 11 दिवसीय श्री चंडी महायज्ञ।
31 जनवरी को भंडारा के साथ होगा समापन।
विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता।स्टेट हेड बिहार।
कैमूर/नुआंव। नवोदित धर्म स्थलों में शुमार मां कामाख्या शक्ति पीठ सतोअवंती पर रविवार को 11 दिवसीय विशाल श्री चंडी महायज्ञ की शुरुआत जल भरी व शोभा यात्रा के साथ हो गई। सात टोलो में विभक्त गांव एवम प्रखंड के कई गांवों से पहुंचे 11 हजार नर नारियों ने लाल पीले परिधानों में सज धज कर माथे पर कलश ले जब शक्ति पीठ के संचालक व यज्ञ के आयोजन कर्ता डाक्टर दिनेश उपाध्याय व उनकी धर्मपत्नी सुमन उपाध्याय के नेतृत्व में मंदिर प्रांगण से सुबह में निकली तो मां के जयकारे से पूरा वातावरण भक्ति मय हो गया।मंदिर से निकलने के बाद जुलूस के शक्ल में कलश यात्रा चपरांग नई कोट पुरानी कोट सागर पर बिंदपुरवा गोरियारी इत्यादि का भ्रमण करते हुए गोरिया नदी के तट पर पहुंच जहा पर यज्ञ कराने काशी वाराणसी से पधारे आचार्य पंडित कमलेश त्रिपाठी के नेतृत्व में प्रकांड विद्वानों द्वारा छोड़े गए वेदोमंत्रोचार के बीच यजमान प्रधानाध्यापक संतोष सिंह व उनकी शिक्षिका पत्नी वीनीता देवी व पैक्स अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने सहित हजारों भक्तों द्वारा भूमि पूजन के बाद नदी की बहती कलकल धारा के बीच जल भरी का कार्य संपन्न किया।इसके बाद कलश यात्रा पुनः शक्ति पीठ पर पहुंच यज्ञ शाला के प्रक्रिमा के बाद मां के दरबार में शीश नवा सुख शांति हेतु आशीर्वाद प्राप्त किया।जुलूस के आगे आगे चल रहे हाथी घोड़ा उंट व बैंड बाजा वाले लोगो के आकर्षण के केंद्र बने थे। यज्ञ को सफल बनाने में अभय उपाध्याय रमेश सिंह बजरंगी सिंह पूर्व मुखिया श्रीनिवास सिंह उर्फ मुटुन नागेंद्र सिंह सहित सभी भक्त तन मन धन से लगे है।
यज्ञ का कार्यक्र।
रामचरित्र मानस प्रातः 7 बजे से 11 बजे तक अशोक जी बिहार शरीफ।
श्री चंडी महायज्ञ प्रातः 8 बजे से 12 बजे तक आचार्य पंडित कमलेश त्रिपाठी काशी वाराणसी।
झांकी दर्शन मध्याह्न 12 बजे से 2 बजे तक श्रृंगारी जी जनक पुर।
श्री शिवपुराण कथा मध्याह्न 2 बजे से सांय 5 बजे तक डाक्टर पुंडरीक जी महराज काशी।
संकीर्तन सांय 6 बजे से 8 बजे तक मां कामाख्या कीर्तन मंडली सतोआवंती।
रामलीला 8 बजे से 11 बजे रात्रि तक।