पांच दिवसीय श्री राम जी की कथा समापन उपरांत विराट कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन जौनपुर के ककोहिया रीठी में पिछले 5 वर्षों से लगातार कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है
पांच दिवसीय श्री राम जी की कथा समापन उपरांत विराट कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन
जौनपुर के ककोहिया रीठी में पिछले 5 वर्षों से लगातार कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है
कार्यक्रम की अध्यक्षता सुधाकर उपाध्याय एवं संचालन डा प्रमोद वाचस्पति ने किया
आइडियल इंडिया न्यूज़
संतोष कुमार अग्रहरि अहियापुर जौनपुर

सुमति श्रीवास्तव

चन्द्र मणि पाण्डेय

सुधाकर उपाध्याय
जौनपुर।छठ पूजा के दिन दिनांक 27 अक्टूबर 2025 को जन्म भूमि सेवा संस्था ककोहिया रीठी जौनपुर के तत्वावधान में पांच दिवसीय श्री राम जी की कथा के समापन के उपरांत विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस आयोजन की अध्यक्षता कवि हृदय बड़े राजनैतिक व्यक्तित्व भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष सुधाकर उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम का संचालन सुयोग्य, प्रख्यात कवि डॉ प्रमोद वाचस्पति सलिल जौनपुरी ने किया। श्रीरामजी व सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन के पश्चात आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के कार्यक्रमों में अनवरत प्रतिभाग करने वाली कवियत्री सुमति श्रीवास्तव ने सरस्वती वंदना के पश्चात अपनी रचना सावन की फुहार सुनाकर मन में प्रेम का संचार किया गया।

कल्लू राम स्नेही

राजेश पाण्डेय

डा प्रमोद वाचस्पति और सुधाकर उपाध्याय जी के हास्य विनोद
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समाज के प्रति सजग ख्यातिलब्ध कल्लूराम स्नेही के द्वारा समाज के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हुए कई मजबूत और आवश्यक व्यवहार पर विस्तृत आग्रह गीत सुनाया गया। चंद्रमणि पांडे ने सोनम रघुवंशी के द्वारा अपने हनीमून ट्रिप पर अपने ही पति को मौत के घाट उतारने की व्यथा कथा को जनता के सामने प्रस्तुत किया गया। श्रोताओं ने करुण रस का दुःख समझा और जनपद के प्रख्यात कवि राजेश पांडे द्वारा समाज और राष्ट्र के प्रति अपने संकल्प को कविता के माध्यम से दोहराया गया। समाज में व्याप्त देशद्रोही मानसिकता पर कुठाराघात करने वाली रचना प्रस्तुत की गई। मोटीवेटर युवा कवि अनिल अग्रहरि सागर के द्वारा युवाओं में चेतना और ऊर्जा भरने को लेकर काव्य पाठ किया गया। वहीं मिशन शिक्षण संवाद की काव्यधारा जनपद जौनपुर के मेरुदंड रमेश यादव राही ने गांव में जितनी भी पारिवारिक समस्याएं,सामाजिक समस्याएं हैं, गांव के प्रति लोगों के आकर्षण पैदा हो इस पर पाठ किया गया। अध्यापक कवि प्रेम चन्द्र तिवारी द्वारा ग़ज़ल प्रस्तुत की गई। ग़ज़ल थी: तुम तो हर शाख पे बैठोगे तुम्हारा क्या है? मौत पर रोटियां सेंकोगे तुम्हारा क्या है?। वरिष्ठ कवि सियाराम तिवारी द्वारा कवियों की स्थिति, उनकी रचनाओं के प्रति कर्तव्य निष्ठा पर अपना काव्य पाठ किया गया। सुंदर और प्रभावी संचालन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देने वाले डा प्रमोद वाचस्पति सलिल के द्वारा भोजपुरी कविता – बड़ा नीक लागे पी के गांव मोरी गुईयां , सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया गया। प्रभावी व्यक्तित्व के धनी राजनैतिक नेतृत्व सुधाकर उपाध्याय ने देशभक्ति से भरे गीत के साथ – साथ श्रृंगार रस तथा हास्य रस की कविताओं से श्रोताओं को हंसा हंसा कर लोट पोट कर दिया। भोजपुरी रचनाएं भी सामने आईं। उनके द्वारा अपनी हास्यपूर्ण एक्टिंग व उनकी सभी रचनाओं ने सभी को भाव विभोर कर दिया।जन्म भूमि सेवा संस्था द्वारा आयोजित इस कवि सम्मेलन में अच्छे श्रोता मौजूद रहे। जिसमें सुशील कुमार उपाध्याय अध्यक्ष पूर्व माध्यमिक विद्यालय जौनपुर, राजीव सिंह लोहिया,अमित सिंह अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षा शिक्षक संघ जौनपुर, जितेंद्र उपाध्याय, डा आर बी चौहान मछली शहर, उनके साथी, विक्रमाजीत सिंह, शेष मणि पाण्डेय, मुखराज दुबे, युवा उद्योगपति प्रमोद सिंह, वीरेंद्र तिवारी, देवेंद्र तिवारी, आलोक तिवारी, हर्ष तिवारी, संजय तिवारी, धनंजय कनौजिया, मनोज यादव । अहमदाबाद से चलकर आए हुए राणा प्रताप यादव, वीरेंद्र सिंह, स्वामीनाथ पांडे , मनोरमा तिवारी, इंदु तिवारी, प्रियंका शर्मा की उपस्थिति रही । देवेंद्र तिवारी द्वारा इस कवि सम्मेलन को विशेष संरक्षण और पोषण प्राप्त हुआ।




