अचलपुर में एक मुस्लिम महिला की अंतिम यात्रा के दौरान गणपति विसर्जन भक्तों ने अपना बैंड बाजा बंद किया और रास्ता दिया गया,
अचलपुर में एक मुस्लिम महिला की अंतिम यात्रा के दौरान गणपति विसर्जन भक्तों ने अपना बैंड बाजा बंद किया और रास्ता दीया गया,
अचलपुर शहर में हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल सामने देखने को मिली,
अचलपुर बिलनपुरा झंडा चौक,
आइडियल इंडिया न्यूज़
सैयद गनी
अचलपुर अमरावती महाराष्ट्र
शनिवार दिनांक 9 सेप्टेंबर 2022
अचलपुर शहर के बिलनपुरा रास्ते से एक मुस्लिम महिला की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी उस वक्त गणपति विसर्जन को ले जा रहे भक्तों ने अपना बैंड बाजा बंद किया और उस अंतिम मुस्लिम महिला की अंतिम यात्रा को ले जाने के लिए रास्ता दिया गया अचलपुर शहर में आज भी हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली अचलपुर शहर
एक ऐतिहासिक शहर के नाम से जाना जाता है जहां इंसानियत और मोहब्बत उभर कर आती है यानी एकता और भाईचारे का प्रतीक माना जाता है
अचलपुर नगरी साधु संतों के नाम से जानी और पहचानी जाती है जिस मुस्लिम महिला की अंतिम यात्रा अचलपुर के झंडा चौक से गुजर रही थी वह अचलपुर बियाबानी निवासी थी, अब्दुल रफीक किराना प्रोविजन के परिवार की एक मुस्लिम महिला की अंतिम यात्रा थी अंतिम यात्रा के दौरान गणपति विसर्जन के भक्त और अंतिम यात्रा के नागरिक परिजन तकरीबन 400 सौ, से 500 सौ नागरिक झंडा चौक पर उपस्थित थे, जब तक झंडा चौक से बिलनपुरा खिड़की गेट तक अंतिम यात्रा नहीं गई उस समय तक गणपति विसर्जन के भक्तों ने ढोल ताशा म्यूजिक बंद कर दी उसके बाद ढोल ताशौ का प्रारंभ किया, इस समय अचलपुर पोलिस स्टेशन के पोलिस निरीक्षक श्री माधवराव गरुड़ वह पोलिस कर्मचारी शांतता समिति के सदस्य, हेल्पलाइन सदस्य और मंडल के पदाधिकारी और अन्य नागरिकों की उपस्थिति रही,