मौसम संबंधी जबरदस्त जानकारी , जो शत-प्रतिशत सही हुई
*
आइडियल इंडिया न्यूज़
डा दिलीप कुमार सिंह जौनपुर
आज सभी अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए हमारे अलका शिप्रा वैष्णवी ज्योतिष मौसम और विज्ञान अनुसंधान केंद्र की भविष्यवाणी सत्य करते हुए न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जो शिमला दिल्ली से भी अधिक ठंडा था अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि इंटरनेट और मौसम विज्ञान वाले जो इंटरनेट देखकर मौसम बताते हैं उनका तापमान 4 से 5 डिग्री और अधिकतम तापमान 16 से 17 डिग्री सेल्सियस तापमान बता रहे हैं और दिखा रहे हैं जो पूरी तरह गलत है आज बर्फीली हवाएं सारे कीर्तिमान को तोड़कर नया कीर्तिमान बना दी इस तरह 14 से लेकर 23 तक लगातार महा भयंकर प्रायाणांयकारी ठंड पड़ने की हमारे केंद्र की भविष्यवाणी पूरी तरह सही हुई अभी 23 जनवरी तक ठंड में गलन में कोई भी कमी होने वाली नहीं है इसलिए सब लोग बहुत बच बचा कर रहे और उल्टा सीधा लिखने वाली कुछ मीडिया के कुछ लोगों इंटरनेट और मौसम विभाग से सावधान रहें वरना बिस्तर पर पड़ जाएंगे जौनपुर के इतिहास में जौनपुर का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री लिखा है वही आधार मानकर मौसम विभाग इंटरनेट वाले भविष्यवाणी करते हैं औसत तापमान 9 डिग्री रहने से बहुत ही घनघोर भयंकर स्थिति पैदा हो गई है और ऐसा लगता है कि चारों ओर बर्फ ही बर्फ फैली हुई है 23 जनवरी के बाद मौसम में धीरे-धीरे सुधार होगा 26 जनवरी तक मौसम में हल्का सुधार होगा जबकि 31 जनवरी के बाद ठंड से राहत मिलनी शुरू होगी यह सब बातें 4 महीने पहले भी हमारे केंद्र ने लोगों को सावधान करने के तौर पर किया था और फिर से कर रहा है ताकि लोग किसी चक्रव्यूह और भूल भुलैया में ना पड़े और सुरक्षित रहें सावधान रहें डॉ दिलीप कुमार सिंह कल का तापमान 3 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जा सकता है हवा की गति धीमी हो जाने वायुमंडल के ऊपरी परत में कोहरा जम जाने उत्तरी ध्रुव में बर्फ का विस्फोट होने तिब्बत और हिमालय की और पश्चिम की बहुत ही सुखी और ठंडी हवाएं इसको और भी भयानक और जहरीला बना रहे हैं इन्हीं सब कर्म से हमारे हैं पहले विवाह चैत्र से लेकर आषाढ़ तक और केवल अगहन में ही होते थे आज हर जगह मनमानी है इसलिए जो लोग मंगलिक समझ कर रहे हैं वह स्वयं तो विपत्ति में पड़े ही हैं लोगों को भी भयंकर स्थिति में डाल रहे हैं अपने पूर्वजों की बात न माने और अपनी शुद्ध चीजों को त्याग देने मशीन पर निर्भर होने का यही भयानक दुष्परिणाम होता है*