सुंदरकांड के स्मरण से मानसिक शारीरिक व्याधाओं से छुटकारा-अरविंद गुप्ता*

*सुंदरकांड के स्मरण से मानसिक शारीरिक व्याधाओं से छुटकारा* _ *अरविंद गुप्ता*
कमल कुमार कश्यप
ब्यूरो चीफ
रांची,(झारखण्ड), बिहार
रातू थाना क्षेत्र कमड़े देवी मंडप के समीप बजरंगबली मंदिर वर्षगांठ पर सुंदरकांड, महाआरती,महाभंडारा आयोजन के दौरान मंदिर समिति के संरक्षक अरविंद गुप्ता , दीपक विश्वकर्मा ने सयुक्त बयान में कहा कि पवनसुत हनुमान के सुंदरकांड के स्मरण से ही मानसिक, शारीरिक , बीमारी से मुक्ति मिल जाती है यह प्रमाण हनुमान चालीसा के चौपाई में भी वर्णित है। नाशैय रोग हरे सब पीरा ।।जपत निरंजन हनुमत बीरा ।।भूत पिशाच निकट नहीं आवे।। महावीर जब नाम सुनावे।। सब सुख कहे तुम्हारी सरना ।। तुम रक्षक काहू को डरना ।। इसी क्रम में मंदिर के पुजारी प्रेम शंकर पाठक ने कहा कि केसरी नंदन हनुमान को सभी समुदाय के लोग मन्दिर आकर शीश झुकाते हैं। साथ ही साथ मनौतियां भी मानते हैं। पूरा होने पर ढोल, नगाड़ा बजाकर प्रसाद स्वरूप लड्डू , फल , वगैरह का भी वितरण करते हैं। इस क्रम में कथा वाचक त्रियम्बक द्विवेदी उo प्रदेश ने कहा कि हमारे रघुनंदन राम पवन पुत्र से कहा कि हनुमान तुम मेरे सबसे प्यारे हो सभी को मैंने पद दिया लेकिन तुम्हें मैंने कोई पद नहीं दिया सुग्रीव को किष्किंधा का पद, विभीषण को लंका का पद , लक्ष्मण ,भरत , शत्रुघ्न को भाई का पद, महाराज दशरथ को पिता का पद, माता कौशल्या को माता का पद, माता जानकी को पत्नी का पद, तथा गुरुदेव वशिष्ठ को भी एक ही पद दिया लेकिन हनुमंत तुमने अपने दोनों हथेली पर मेरे चरण रखकर दोनों पद प्राप्त कर लिया।
इसी क्रम में भजन गायिका किरण कुमारी ने उपस्थित जनसमूह के बीच लहर, लहर, लहराए रे केसरिया झंडा बजरंगबली का भजन सुना कर महिलाएं पुरुष भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर मंदिर के संरक्षण के रूप में अरविंद गुप्ता, मुन्ना झा, दीपक विश्वकर्मा, राजेंद्र लोहरा,विजय लोहरा, राजेंश मुंडा, राजू मुंडा, शंकर मुंडा,देवलाल मुंडा, अभिषेक पांडे,संतोष पाठक, जीतू विश्वकर्मा, नीतीश,अजय पाठक, मोहित समेत काफी संख्या में महिला श्रोता भी उपस्थित थी। वही श्रोताओं में मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष , संरक्षक अरविंद गुप्ता,संतोष पाठक, जीतू विश्वकर्मा की भूरि भूरि प्रसंशा किया।