पत्रकारिता का समाज से हमेशा से रहा हैं सरोकार ,समाज आशा भरी नजरों से पत्रकारों की ओर देख रहा

पत्रकारिता का समाज से हमेशा से रहा हैं सरोकार
समाज आशा भरी नजरों से पत्रकारों की ओर देख रहा
अखिलेश मिश्र “बागी”


मिर्जापुर शहर के लालडिग्गी मोहल्ले में स्थित लायन्स स्कूल के सभागार में मिर्जापुर प्रेस क्लब ट्रस्ट के द्वारा 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस का आयोजन किया गया ,जिसमे आज का विषय “पत्रकारिता और सामाजिक सरोकार ” रहा , कार्यक्रम का सुभारम्भ संस्था के अध्यक्ष अमरेश मिश्र व मुख्य अतिथि आयुक्त विंध्याचल मण्डल योगेश्वर राम मिश्र के करकमलों द्वारा माँ विंध्यवासिनी के चित्र के सामने दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण कर किया गया , स्वस्तिवाचन नितिन अवस्थी, चंदन दुबे व अश्विनी त्रिपाठी के द्वारा किया गया ,कार्यक्रम में पत्रकारिता के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए के .बी.कॉलेज के प्रो. डॉ. रमेश चन्द्र ओझा ने कहा कि मिर्जापुर क्षेत्र साहित्य, कला और अध्यात्म की त्रिवेणी है।

निर्जीव वस्तुओं में आईना की सबसे बड़ी विश्वसनीयता है। क्योंकि वह सच को दिखाता है। पत्रकारिता का काम भी लोगों को आइना दिखाना हैं । बदलते दौर में पत्रकारिता मिशन से इंडस्ट्री में बदल गया है । इन सबके बावजूद अपनी विश्वसनीयता बढ़ी है । इसी के बल पर हम समाज को नई दिशा दे सकते है। निर्भीक और निष्पक्ष होकर कथ्य और तथ्य के मिश्रण से बचने की जरूरत है । सभागार में भारी संख्या में उपस्थित पत्रकार गण व बुद्धिजीवी समाज को सम्बोधित करते हुए मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने कहा कि समुंद्र मंथन में अमृत ही नहीं विष भी निकला था। मिर्जापुर मतवाला प्रकाशन व सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला जैसे तपोनिष्ठ की कर्मभूमि रहा हैं । जो विज्ञापन दाताओं को भी पीट देते थे। इसके बाद अपना बोरियां बिस्तर बांध लेते थे कि कल तो जबाव मिलना तय है । मंडलायुक्त ने कहा कि सच को बेबाकी के साथ लिखा जाना चाहिए। यह काम पत्रकार ही कर सकता हैं। न्यूज और व्यूज में घालमेल न करने की नसीहत दी। कहा कि तथ्य और कथ्य दो चीज है। दोनों को अलग अलग रखा जाना चाहिए। इससे विश्वसनीयता बढ़ती है । लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ के विश्वसनीयता खो देने पर लोकतन्त्र का क्षरण होगा और इससे सम्पादकीय लेखन में गिरावट आयेगी, पत्रकारिता में अष्टावक्र की तरह सच लिखने की भूमिका निभाने पर जोर दिया ।
अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि पत्रकारिता का समाज के साथ ही सरकारी कार्यों में अहम भूमिका हैं । इसकी स्वीकारिता,विश्वयनीयता और प्रभावशीलता आज भी कायम हैं। राजकीय कार्यों में किसी कार्य को तब तक पूर्ण नहीं माना जाता। जब तक वह गजट न हो जाय। यह उसकी विश्वसनीयता का ही परिणाम है जी.डी.विन्नानी के पूर्व प्राचार्य डा.रामहर्ष गुप्त ने कहा कि समाज की हलचल को सबके सामने रखने का काम अर्से से पत्रकारिता में जुटे लोग करते आ रहे हैं। समय बदलने के साथ चुनौती भी बढ़ी है।
उक्त कार्यक्रम में कवि गणेश गंभीर ,पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष मनोज जायसवाल , पूर्व विधायक शुचिष्मिता मौर्या, पत्रकार जयेंद्र चतुर्वेदी ने संबोधित किया। कार्यक्रम का कुशलता से संचालन अनुज श्रीवास्तव ने और धन्यवाद ज्ञापन संस्थाध्यक्ष अमरेश मिश्र ने किया। इस अवसर पर राकेश द्विवेदी, आकाश दूबे,जे.पी.वर्मा, पवन तिवारी, शेषमणि चौबे, गोवर्धन त्रिपाठी, समीर वर्मा, ओमकार नाथ बरनवाल, संजय दूबे, विवेक वरनवाल, विवेक दुबे, ज्ञानेश्वर द्विवेदी, विनोद सिंह, देवेंद्र पाण्डेय,शिव शुक्ला, , अखिलेश मिश्र, पप्पू गिरी, ब्रिजेद्र कुमार, रविन्द्र जायसवाल, अनिल गुप्ता, संजय सिंह, रामगोपाल वर्मा, लक्ष्मण उमर,दीनदयाल गुप्ता , आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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