करवा चौथ पर विशेष प्रस्तुति

करवा चौथ पर विशेष प्रस्तुति
उत्तर भारत के खास त्यौहारों में से एक है।
किंवदतियों के अनुसार मान्यता भी अनेक है।
पति की लम्बी उम्र हेतु महिलाओं का व्रत एकैक है।
सोलह -श्रृंगार कर कथा सुनना,उत्तम कार्यो में नेक है ।
पति के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ते हैं।
शौहर की दीर्घायु खातिर चांद से हाथ जोड़ते हैं।
सम्पूर्ण पूजा पश्चात प्रसाद रूपी नारियल फोड़ते हैं।
अटूट श्रद्धा भक्ति की भावना की ओर मुख मोड़ते हैं।
भार्या को भी रहती है इस पुनीत पर्व का बेकरार ।
हमसफर दोनों एक – दूसरे का सदैव करते इजहार ।
सुनहरी वेशभूषा पहनकर,करती है चांद का इंतजार ।
चलनीसे चांददेख अर्ध्यदेकर,करती है पति का दीदार ।
महिलाएं रहती है इस दिन,निर्जला उपवास ।
सदा सुहागन सलामत रहे रखती है ऐसी आस ।
पति पत्नी में मधुरता लाती, बढ़ती आत्मविश्वास ।
प्रेम प्रसंग का पुनीत पर्व ,करवा चौथ भी क्या खास ।
रचनाकार
थानू राम साहू
मुंगेली ( छत्तीसगढ़ )