कवियों एवं शायरों ने राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाई है -डॉ रागिनी सोनकर
कवियों एवं शायरों ने राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाई है -डॉ रागिनी सोनकर
जौनपुर !अखिल भारतीय काव्य मंच का तृतीय स्थापना दिवस ‘सिंह बैंक्विट हॉल ‘में पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुआ !मुख्य अतिथि के रूप में मछली शहर विधानसभा विधायक डॉक्टर रागिनी सोनकर ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्र के निर्माण में कवियों एवं शायरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है! उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में सदैव नया संदेश देने का कार्य किया है !राष्ट्रीय एकता और भाईचारे के संदर्भ में विधायक महोदया ने कवियों के बीच में काव्य पाठ भी किया तथा यह भी विचार व्यक्त किया इतना भव्य आयोजन देखकर मैं बहुत ही अभिभूत हूं और भविष्य में यदि आप लोगों ने मुझे बुलाया तो मैं बार बार आना चाहूंगी !
विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष दिनेश टंडन ने कवियों एवं शायरों से अनुरोध किया कि वो कवियों एवं शायरों ने राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाई है -डॉ रागिनी सोनकर रचनाओं के माध्यम से आपसी भाईचारा को प्रोत्साहित करें !इसी क्रम में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष राकेश कुमार श्रीवास्तव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जिन बातों को लोग कहने में संकोच करते हैं, कविता के माध्यम से रचनाकार लोग बड़ी आसानी से कह जाते हैं और बातें लोगों के दिल में भी उतर जाती हैं!
मुख्य अतिथि डॉ रागिनी सोनकर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉक्टर पी सी विश्वकर्मा संस्था के संस्थापक डॉ प्रमोद वाचस्पति पूरा संस्था अध्यक्ष असीम मछली शहरी द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया अतिथियों का माल्यार्पण ,अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया! मुख्य अतिथि एवं समस्त विशिष्ट अतिथियों के उपस्थिति में संस्था के कवियों एवं शायरों को सम्मानित किया गया!
अब्बास हुसैन एहसास जौनपुरी की रचना पुस्तक ‘शम्म ए एहसास’ का विमोचन किया गया!
इसी क्रम में जिन कुल 6 शायरों कवियों के पुस्तक प्रकाशित हो चुके हैं ,उनको उनके पुस्तक के प्रकाशन हेतु विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया !जिसमें अब्बास हुसैन एहसास की पुस्तक शम्म ए एहसास ,आशिक जौनपुरी की पुस्तक आशिकी, डॉक्टर धीरेंद्र पटेल की पुस्तक औरत की जानिब, कारी जिया की पुस्तक जि़या ए गजल, विभा तिवारी की पुस्तक फुरकत और अमृत प्रकाश की पुस्तक पैरहान का नाम उल्लेखनीय रहा!
इसी क्रम में अखिल भारतीय काव्य मंच के सम्मानित सदस्य एवं पदाधिकारियों कवि एवं शायरों ने काव्य पाठ के उपरांत मुख्य अतिथि के हाथों स्मृति चिन्ह एवं सम्मान पत्र द्वारा सम्मानित होने पर गौरव एवं हर्ष की अनुभूति किया!
सम्मानित किए जाने वालोँ में अंगद कुमार राही, अरविंद कुमार, राजेश पांडे ,प्रेमचंद तिवारी, चंद्रमणि पांडे, डॉ.संजय सिंह सागर, वसीम खान, डॉ अजय विक्रम सिंह ,रामजीत मिश्रा, अंसार जौनपुरी, नंदलाल समीर, आशिक जौनपुरी, शोहरत जौनपुरी, फूलचंद भारती, मोनिस जौनपुरी, आलोक शास्त्री ,कारी जिया, शहजाद जौनपुरी ,डॉ.धीरेंद्र पटेल ,मौलाना अनवार अहमद कासनी, अमृत प्रकाश, इं.आर पी सोनकर , मो. इरफान जौनपुरी, सहित महिला कवित्रियों में विभा तिवारी जौनपुर, प्रियंका सिंह वाराणसी , दिव्या दिल्ली, श्रृष्टि सिंह चन्दौली, एवं डा नसीमा निशा वाराणसी का नाम उल्लेखनीय रहा! और अंत में सभी सम्मानित अतिथि गण एवं सदस्य पदाधिकारियों द्वारा संस्था के संस्थापक डॉ प्रमोद वाचस्पति एवं संस्था के अध्यक्ष असीम मछली शहरी का विशिष्ट सम्मान किया गया !कार्यक्रम की अध्यक्षता महान शिक्षाविद एवं कवि डा.पी सी विश्वकर्मा तथा कुशल संचालन इं आर पी विश्वकर्मा द्वारा किया गया!