उत्तर प्रदेश के 75 में से दस श्रेष्ठ शिक्षकों की चयन प्रक्रिया भी थी मुश्किल, मुख्यमंत्री के हाथों मिलेगा सम्मान*
*उत्तर प्रदेश के 75 में से दस श्रेष्ठ शिक्षकों की चयन प्रक्रिया भी थी मुश्किल, मुख्यमंत्री के हाथों मिलेगा सम्मान*
आइडियल इंडिया न्यूज़
हरिओम सिंह स्वराज लखनऊ
शिक्षक दिवस पांच सितंबर को प्रदेश के हर जिले से एक-एक शिक्षक को श्रेष्ठ अध्यापक पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन 75 में से भी दस श्रेष्ठ स्थान पाने वाले शिक्षकों को पड़े परीक्षण से गुजरना पड़ा। विद्यार्थियों की परीक्षा लेने वाले इस शिक्षकों का 120 नंबर में से मूल्यांकन किया गया।प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार की ओर से प्रदेश स्तर पर सम्मानित होने वाले दस शिक्षकों के अलावा बाकी 65 जिलों के जिलाधिकारियों व बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने जिले में जन प्रतिनिधियों को शिक्षक सम्मान समारोह में आमंत्रित कर शिक्षकों को सम्मानित करें।
चयनित अध्यापकों को 25-25 हजार रुपये, एक शाल, मेडल और प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके साथ अध्यापकों को दो वर्ष का सेवा विस्तार और एक अग्रिम वेतन वृद्धि का भी प्रविधान है,उतर प्रदेश के 75 चयनित अध्यापकों को 25-25 हजार रुपये एक शाल मेडल और प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके साथ अध्यापकों को दो वर्ष का सेवा विस्तार और एक अग्रिम वेतन वृद्धि का भी प्रविधान है,लखनऊ, जेएनएन। शिक्षक दिवस पांच सितंबर को प्रदेश के हर जिले से एक-एक शिक्षक को श्रेष्ठ अध्यापक पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन 75 में से भी दस श्रेष्ठ स्थान पाने वाले शिक्षकों को पड़े परीक्षण से गुजरना पड़ा। विद्यार्थियों की परीक्षा लेने वाले इस शिक्षकों का 120 नंबर में से मूल्यांकन किया गया।प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार की ओर से प्रदेश स्तर पर सम्मानित होने वाले दस शिक्षकों के अलावा बाकी 65 जिलों के जिलाधिकारियों व बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने जिले में जन प्रतिनिधियों को शिक्षक सम्मान समारोह में आमंत्रित कर शिक्षकों को सम्मानित करें। चयनित अध्यापकों को 25-25 हजार रुपये, एक शाल, मेडल और प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके साथ अध्यापकों को दो वर्ष का सेवा विस्तार और एक अग्रिम वेतन वृद्धि का भी प्रविधान है।