माफिया मुख्तार के बेटे अब्बास ने शूटिंग के नाम पर विदेशों से मंगवाए हथियार,*

*माफिया मुख्तार के बेटे अब्बास ने शूटिंग के नाम पर विदेशों से मंगवाए हथियार,*
*यूपी एसटीएफ का खुलासा*

आइडियल इंडिया न्यूज़

हरिओम सिंह स्वराज लखनऊ

लखनऊ। जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ)ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। एसटीएफ के अनुसार मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने शूटिंग प्रतियोगिता के नाम पर अपने हथियार के लाइसेंस को दिल्ली के फर्जी पते पर दिल्ली ट्रांसफर करवाया। जांच में पाया गया कि अब्बास ने जांच एजेंसियां को चकमा देने के लिए ऐसा किया।दिल्ली के किशनगढ़़ के एक मकान को अब्बास अंसारी ने अपना स्थायी पता बताया था।जबकि जांच में खुलासा हुआ कि ये घर अब्बास ने किराए पर लिया हुआ था।कल यूपी एसटीएफ ने इस मामले को लेकर दिल्ली के कुछ आर्म्स डीलरों से भी पूछताछ की है।

मुख्तार अंसारी का विधायक बेटा अब्बास अंसारी पेशे से एक प्रोफेशनल शूटर भी है और अब्बास बाकायदा पंजाब राइफल एसोसिएशन के लिए साल 2012 से शूटिंग करता है। अब्बास ने अपने क्राइम सिंडिकेट को आगे बढ़ाने के लिए अपने हथियार के लाइसेंस को दिल्ली के एक पते पर तीन साल पहले ट्रांसफर करवा लिया था और इसे अपना स्थायी पता बताया था,लेकिन जब जांच करते हुए यूपी एसटीएफ दिल्ली के उस पते पर पहुंची, तो पाया कि मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास एक दो बार ही यहां रहने आया था।ये घर उसका नहीं है।उसने केवल किराए पर ये घर ले रखा था।ताकि वो जांच एजेंसियो की आंख में धूल झोंककर यह साबित कर सके कि वो दिल्ली में रह रहा है।

जांच में ये भी सामने आया है कि विदेशों से लगातार मुख्तार अंसारी के इंटरनेशनल कांटेक्ट के जरिए अब्बास अंसारी अत्याधुनिक हथियारों की खेप शूटिंग प्रतियोगिता के नाम पर भारत मंगवाता था, जिसमें से अधिकतर हथियारों का इस्तेमाल शूटिंग प्रतियोगिता में नहीं किया गया, जो कि शूटिंग फेडरेशन के नियमों के खिलाफ है।

अब्बास के पास से 8 हथियार और लगभग 4500 कारतूस पहले ही यूपी एसटीएफ ने बरामद किए थे, जो कारतूस अब्बास के पास से पहले बरामद हुए थे वो भी शूटिंग प्रतियोगिता या प्रैक्टिस में इस्तेमाल नहीं किए जाते हैं। यूपी एसटीएफ ने उसका हथियार का लाइसेंस रद्द करवा दिया है। इस मामले में कई आर्म्स डीलर्स से एसटीएफ ने पूछताछ भी की है, जिन्होंने अंसारी सिंडिकेट को लेकर कई खुलासे किए हैं और उनके बयान आने वाले समय में अब्बास अंसारी की मुश्किलें बढ़ा सकते है।

इस मामले पर जल्द यूपी एसटीएफ एक महत्वपूर्ण चार्जशीट अब्बास के खिलाफ कोर्ट में दाखिल करेगी।वहीं अब जांच की जा रही है कि साल 2012 से शूटिंग के नाम पर विदेशों से आ रहे अत्याधुनिक हथियार का इस्तेमाल क्या मुख्तार अंसारी अपने आपराधिक साम्राज्य को आगे बढ़ाने या लाखों रुपये में दूसरे गैंगस्टर को बेचने के लिए तो नहीं कर रहा था।

इस मामले में पहले पुलिस ने राजधानी लखनऊ के महानगर कोतवाली में एक मुकदमा अब्बास अंसारी के खिलाफ दर्ज किया है,जिसके बाद ये केस यूपी एसटीएफ को ट्रांसफर हुआ था।अब्बास अंसारी के खिलाफ 30 आर्म्स एक्ट,और IPC की धारा 419, 420, 467, 468, 471 केस दर्ज है।

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