बीएचयू में छात्रों ने नीतीश कुमार का पुतला फूंका, बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग*
*बीएचयू में छात्रों ने नीतीश कुमार का पुतला फूंका, बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग*
आइडियल इंडिया न्यूज़
कृष्ण कुमार अग्रहरि सारनाथ वाराणसी
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर छात्रों ने जमकर बवाल काटा. इस दौरान गुस्साए छात्रों ने पुतले फूंके और जमकर नारेबाजी की. ये छात्र पटना के गांधी मैदान में विधानसभा मार्च कर रहे बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज का विरोध कर रहे थे. छात्रों ने सिंह द्वार पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला फूंका. वहीं राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की.
शुक्रवार को बीएचयू में छात्रों ने नीतीश कुमार का पुतला फूंका तो मामले ने तूल पकड़ लिया. बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर बीजेपी ने बिहार में सदन से लेकर सड़क तक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सदन में हंगामा किया. इसके बाद वॉकआउट कर बाहर निकल आए. इसके बाद गांधी प्रतिमा से मार्च निकाला. इसी दौरान प्रोटेस्ट निकाल रहे बीजेपी नेताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. आरोप है कि लाठीचार्ज में जहानाबाद नगर में बीजेपी के महामंत्री विजय कुमार सिंह की मौत हो गई.
नीतीश सरकार को बताया गलत:काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि बिहार में शिक्षकों की भर्ती और बहाली के मुद्दे पर नीतीश सरकार गलत रवैया अपना रही है. विधानसभा में शांतिपूर्ण तरीके से जवाब मांग रहे विपक्ष के नेताओं पर लाठीचार्ज किया गया. उनके साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया गया. यह व्यवहार पूरी तरह से निंदनीय है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके पुतले जलाए.
बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग:बीएचयू के छात्र सुनील मिश्र ने कहा कि बिहार में 2 जुलाई को शिक्षक भर्ती के लिए अभ्यर्थी अपना विरोध दर्ज करा रहे थे. उन पर लाठीचार्ज किया गया था. इसके बाद अब शांतिपूर्ण तरीके से सरकार से इस मामले में जवाब मांग रहे विपक्ष के नेताओं पर बिहार सरकार ने लाठीचार्ज किया है. उन्होंने कहा कि इस लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं. हम इस तरीके का विरोध करते हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से बिहार में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हैं.