निर्दयी माँ-बाप ने नवजात बच्ची को अस्पताल परिसर में फेंका इमरजेंसी में उपचार शुरू
निर्दयी माँ-बाप ने नवजात बच्ची को अस्पताल परिसर में फेंका इमरजेंसी में उपचार शुरू
आइडियल इंडिया न्यूज़ जयचन्द वाराणसी
वाराणसी:देवी की आराधना में जुटे लोगों के लिए यह खबर उनके लिए मुंह पर तमाचा है जो कन्या पूजन की बातें करते है और महज तीन दिन की बच्ची को निष्ठुर होकर फेंककर चलते बनते है।दुधमुही बच्ची को लावारिस छोड़ते हुए उन मां-बाप के हाथ भी नहीं कापें और बीएचयू अस्पताल के एचडीएफसी बैंक के समीप उमंग फार्मेसी के बगल में टीनशेड के नीचे कुर्सी पर छोड़कर चले गए।अस्पताल परिसर में तरफ तरफ की चर्चा थी।तीन घंटे से लावारिश पड़ी बच्ची जब भूख से रोना शुरू की तो लोगों की निगाहें पड़ी।सफाईकर्मी शाहनवाज ने दौड़कर बच्ची के पास गई और गले लगाया।खरीदकर दूध पिलाया और चिकित्सकों के पास ले गई।बाल रोग विभाग के चिकित्सकों ने पहले बच्ची को दुलारा।परीक्षण में पता चला की शरीर में चोट नहीं लेकिन तबीयत खराब है,जिसकी वजह से पीआईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरु कर दिया गया है।प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने इसकी सूचना लंका पुलिस को दी।सूचना मिलने पर महिला सब इंस्पेक्टर और महिला कांस्टेबल पहुंची और विवरण लेने के बाद वापस लौट गई।बच्ची के इलाज के बाद स्वस्थ होने पर उसे बाल कल्याण समिति के सामने पुलिस पेश करेंगी और आगे की कार्यवाही करेगी।बता दें जहां बच्ची लावारिस हालत में थी,वहां आवारा कुत्तों का आतंक है।कई बार कुत्ते अटैक कर चुके है।बच्ची कुर्सी पर थी जिसकी वजह से बच गई।चार कपड़ों में लिपटी बच्ची की रूदन सुनकर सफाईकर्मी की नजर पड़ गई और बच्ची आज सुरक्षित है।