डॉ नीलकंठ तिवारी ने अखिलेश यादव को दी काशी विश्वनाथ, पीपल और डीह बाबा का सम्मान करने की नसीहत, कहा- बनारस के यादव बंधुओं से लें सीख
डॉ नीलकंठ तिवारी ने अखिलेश यादव को दी काशी विश्वनाथ, पीपल और डीह बाबा का सम्मान करने की नसीहत,
कहा- बनारस के यादव बंधुओं से लें सीख
आइडियल इंडिया न्यूज़
अनुराग पान्डेय जयचन्द वाराणसी
वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में अखिलेश यादव के बयान ‘कहीं भी पत्थर रख दो, लाल झंडा बांध दो पीपल के पेड़ के निचे मंदिर बन जाता है’ पर विधायक नीलकंठ तिवारी ने पलटवार करते हुए उन्हें काशी विश्वनाथ, पीपल और डीह बाबा का सम्मान करने की नसीहत दी है। विधायक ने कहा- अखिलेश जी पीपल के महात्म को समझकर पूजा शुरू कर दीजिये। आप अपने इस बयान को याद जरूर रखिये, 2024 के चुनाव में और आगे भी। शायद अखिलेश जी को मालूम नहीं की सावन में काशी के यादव समाज के लोग बाबा श्री विश्वनाथ जी का एक़ साथ श्रद्धा से अभिषेक करते हैं। विधायक नीलकंठ तिवारी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा कि यही नहीं काशी में यह भी परंपरा है की जब भी गोमाता बच्चा देती हैं और दूध पीने लायक होता है तो शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद ही दूध कोई पीता है।
अखिलेश शायद आपको गांव की संस्कृति की जानकारी न हो लेकिन पिता जी से पूछिए गांव के डीह बाबा के बारें में। यह भी पूछिए की आप जैसे सुयोग्य पुत्र के लिए कितनी बार डीह बाबा की पूजा आपकी माता जी ने की होगी। विधायक ने आगे लिखा कि रही बात पीपल की तो….’मुले विष्णु: स्थितो नित्यं स्कन्धे केशव एव च। नारायणस्तु शारवासु पत्रेषु भगवान् हरि:।। फलेऽच्युतो न सन्देह: सर्वदेवै: समन्व स एवं ष्णिुद्र्रुम एव मूर्तो महात्मभि: सेवितपुण्यमूल:। यस्याश्रय: पापसहस्त्रहन्ता भवेन्नृणां कामदुघो गुणाढ्य:।।’
अर्थात पीपल के जड़ में भगवान विष्णु, तने में केशव, शाखओं में नारायण, पत्तों में भगवान हरि और फलों में सभी देवता निवास करते हैं। पीपल का वृक्ष भगवान विष्णु स्वरूप है। महात्मा इस वृक्ष की सेवा करते हैं और यह वृक्ष मनुष्यों के पापों को नष्ट करने वाला है। पीपल में पितरों और तीर्थों का निवास होता। भगवान कृष्ण जी भी पीपल में अपने को मानते हैं।
विधायक ने लिखा कि अब यह भी सुन लीजिये अखिलेश भाई ज्ञानवापी सर्वे में मिले शिवलिंग की तो कोर्ट ने शिवलिंग लिखते हुए सुरक्षित करने के लिए कहा है। न्यायालय का निर्णय प्रत्येक भारत का नागरिक मानता है आपको भी जरूर मानना चाहिये। पूरा देश इस समय उत्साह में है आप भी उत्साह मनाइये। नंदी जी इतने दिन से धैर्य से प्रतीक्षा कर रहें थे। थोड़ा आप भी धैर्य रखिए। पीपल के महात्म को समझकर पूजा शुरू कर दीजिये।