*21 मार्च एक अद्भुत भौगोलिक दिन कुंभकरण ध्रुव प्रदेश में ही 6 महीने सोता रहता था* अद्भुत जानकारी

*21 मार्च एक अद्भुत भौगोलिक दिन
कुंभकरण ध्रुव प्रदेश में ही 6 महीने सोता रहता था*
अद्भुत जानकारी
डॉ दिलीप कुमार सिंह मौसम विज्ञानी ज्योतिष शिरोमणि*
*हमारी पृथ्वी अभी तक ज्ञात संपूर्ण विश्व में एकमात्र ऐसा ग्रह है जिसमें जल वायु और जीवन है बाकी लाखों करोड़ों जग जीवन हो सकता है परंतु अभी आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हुई है धरती पर जल की उपस्थिति से आसमान से नीला दिखती है इसलिए इसको नीला ग्रह भी कहते हैं इस धरती की अनेक विचित्र बातें हैं जिसमें एक 21 मार्च का दिन भी है जब सारे संसार में दिन और रात सर्दी और गर्मी एक समान होती है*
21 मार्च को संपूर्ण विश्व में सर्दी और गर्मी दिन और रात बराबर होते हैं इसके अतिरिक्त तीन और दिन है जो अत्यंत ही महत्वपूर्ण और भौगोलिक दृष्टि से आश्चर्यजनक हैं जिसमें 23 सितंबर भी एक ऐसा दिन है जब दिन रात सर्दी गर्मी पूरी धरती पर बराबर रहती है जबकि 21 जून को धरती पर सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात और सबसे गर्म समय होता है जबकि 22 दिसंबर को सबसे बड़ी रात और सबसे छोटा दिन होता है और यह समय ठंड का होता है*
*अब प्रश्न है कि ऐसा क्यों होता है इसका उत्तर है की धरती एक तरफ लट्टू की तरह सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है जिसको परिक्रमण कहते हैं इसके साथ-साथ यह लट्टू की तरह घूमती हुई अपनी धुरी पर भी परिक्रमा करती है जिसको परिभ्रमण कहते हैं परिभ्रमण के कारण दिन और रात होता है जबकि परिक्रमण के कारण मौसम परिवर्तन होता है और ऋतु में बदलते हैं*
*21 जून को सूर्य पृथ्वी के बिल्कुल ऊपर रहता है इसलिए उत्तरी गोलार्ध में अर्थात अमेरिका यूरोप एशिया जिसमें भारत चीन पाकिस्तान अरब प्रायद्वीप शामिल हैं में प्रचंड गर्मी पड़ती है यह गर्मी अप्रैल मई जून जुलाई तक रहती है इसके पश्चात सितंबर और अक्टूबर में धरती पर बसंत रितु जैसा समय रहता है और 22 दिसंबर के आसपास अर्थात् नवंबर दिसंबर जनवरी फरवरी में भीषण ठंड पड़ती है जबकि 21 मार्च के आसपास अर्थात फरवरी और मार्च में बसंत रितु रहती है*
*धरती सूर्य के चारों ओर 365 दिन 5 घंटे 51 मिनट 55 सेकंड में एक चक्कर लगाती है जो एक वर्ष कहा जाता है जबकि अपनी धुरी पर यह लगभग 24 घंटे में घूम लेते हैं जिनको दिन और रात कहा जाता है हर ग्रह के दिन और रात तथा वर्ष की लंबाई अलग-अलग होती है जैसे चंद्रमा का एक दिन रात 15 15 दिन का होता है वहीं पर यम ग्रह का 1 वर्ष 500 वर्ष से भी अधिक समय का होता है इतना ही नहीं सूर्य स्वयं आकाशगंगा की परिक्रमा करता है जो 1 लाख प्रकाश वर्ष में फैली हुई है और 26 करोड़ वर्ष से अधिक लग जाते हैं एक परिक्रमा पूरी करने में जो बहुत विराट समय है*
*इस प्रकार 21 मार्च संपूर्ण धरती के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है और एक आश्चर्यजनक भौगोलिक घटना है ठीक उसी तरह 22 दिसंबर 21 जून और 23 मार्च भी महत्वपूर्ण भौगोलिक दिन है 21 मार्च से उत्तरी गोलार्ध में गर्मी बढ़ती है और दिन का कालखंड बढ़ता है जबकि दक्षिणी गोलार्ध में 21 मार्च के दिन से ठंडी बढ़ती है और वहां पर रात धीरे-धीरे बड़ी होने लगती है पृथ्वी के उत्तर और दक्षिण ध्रुव पर 6 महीने के दिन और 6 महीने की रात होती है ऐसा कहा जाता है कि कुंभकरण ध्रुव प्रदेश में ही 6 महीने सोता रहता था*