पीएम मोदी ने वाराणसी को दी सत्रह सौ अस्सी करोड़ की सौगात,कहा काशी विकास की चर्चा आज पूरे देश दुनिया में हो रही है
पीएम मोदी ने वाराणसी को दी सत्रह सौ अस्सी करोड़ की सौगात,कहा काशी विकास की चर्चा आज पूरे देश दुनिया में हो रही है
आइडियल इंडिया न्यूज़ जयचन्द वाराणसी
वाराणसी:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय टीवी कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ करने के बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंचे यहां उन्होंने 1780 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया इस दौरान उन्होंने कहा कि नवरात्रि का पुण्य समय है आज मां चंद्रघंटा की पूजा का दिन है यह मेरा सौभाग्य है की इस पावन अवसर पर आज मैं काशी की धरती पर आप सबके बीच में हूं मां चंद्रघंटा के आशीर्वाद से आज बनारस की सुख समृद्धि में एक और अध्याय जुड़ रहा है आज यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे का शिलान्यास किया गया है उन्होंने आगे कहा कि काशी के विकास की चर्चा आज पूरे देश और दुनिया में हो रही है जो भी काशी आ रहा है वह यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा है हर महीने पचास लाख से अधिक लोग बनारस आ रहे हैं बनारस आने वाले लोग अपने साथ बनारस के हर परिवार के लिए आय के साधन ला रहे हैं यहां आने वाले पर्यटक रोजगार और स्वरोजगार के साधन बना रहे हैं काशी में पुरातन और नूतन दोनों स्वरूपों के दर्शन एक साथ हो रहे हैं मुझे देश-विदेश में मिलने वाले लोग बताते हैं कि वह किस तरह विश्वनाथ धाम के पुनर्निर्माण से मंत्रमुग्ध हैं रोड हो पुल हो रेल हो एयरपोर्ट हो कनेक्टिविटी के तमाम नए साधनों ने काशी आना जाना बहुत आसान कर दिया है लेकिन अब हमें एक कदम और आगे बढ़ना है अब जो ए रोपवे यहां बन रहा है इससे काशी की सुविधा और आकर्षण दोनों बढ़ेगा काशी में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जो काम हो रहे हैं उनसे भी सुविधाएं बढ़ेगी और आने जाने के साधन बेहतर हो जाएंगे काशी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ही फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण किया जा रहा है। पीएम ने यह भी कहा कि आज बनारस की एयर कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में भी बड़ा काम हुआ है बाबतपुर हवाई अड्डे में आज नए एटीसी टावर का लोकार्पण हुआ है अब गंगा के दोनों तरफ पर्यावरण से जुड़ा बड़ा अभियान शुरू होने वाला है सरकार का प्रयास है कि गंगा के दोनों तरफ पाँच किलो मीटर के हिस्से में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए इसके लिए इस वर्ष बजट में भी ऐलान किए गए हैं।