भारत की धरती और इजरायली तकनीक से निकलेगा खाद्य संकट का समाधान
नई दिल्ली
यूक्रेन-रूस युद्ध की वजह से दुनिया के सामने उत्पन्न होने वाले संभावित खाद्य संकट का समाधान भारत की धरती से ही निकालने की कोशिश होने जा रही है। यह कोशिश भारत, इजरायल, यूएई और अमेरिका की तरफ से गठित आइ2यू2 से हो रही है। इन चारों देशों के प्रमुखों की गुरुवार को वर्चुअल बैठक हो रही है जिसमें पीएम नरेन्द्र मोदी भी हिस्सा लेंगे।
बैठक में एक प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इस प्रस्ताव के तहत वैश्विक खाद्य संकट दूर करने के लिए भारत की जमीन, इजरायल की तकनीक, यूएई का निवेश और अमेरिकी कंपनियों का संयुक्त प्रयास होगा। शुरूआत में इस प्रोजेक्ट में दो अरब डालर की राशि यूएई की तरफ से भारत के कृषि पार्कों में निवेश की जाएगी। भारत और यूएई के बीच खाद्य सुरक्षा को लेकर पहले से ही वार्ता हो रही थी लेकिन अब इजरायल और अमेरिका के शामिल होने से इस सहयोग का दायरा व्यापक हो जाएगा।
पीएम मोदी के अलावा इस बैठक में इजरायल के पीएम येर लापिड, यूएई के प्रसिडेंट शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन हिस्सा लेंगे। यह इन चार देशों के प्रमुखों की आइ2यू2 के तहत पहली बैठक है। इन देशों के विदेश मंत्रियों की 18 अक्टूबर, 2021 को हुई बैठक में पश्चिमी खाड़ी क्षेत्र में एक नये तरह के क्वाड के गठन का फैसला किया गया था।