*सत्ता परिवर्तन के मूड में हैं मतदाता* *👉नाराज मतदाताओं की भूमिका होगी निर्णायक*
*नगर निकाय चुनाव-२०२३*
*सत्ता परिवर्तन के मूड में हैं मतदाता* *👉नाराज मतदाताओं की भूमिका होगी निर्णायक*
*👉 प्रशासनिक सुरक्षा के बीच अंतिम चरण का मतदान 11 मई को
आइडियल इंडिया न्यूज़ (संतोष कुमार नागर )
चोपन(सोनभद्र)। नगर पंचायत चुनाव की तिथि नजदीक आने से चुनावी मैदान में उतरे सभी प्रत्याशियों की धड़कने और सक्रियता बढ़ गई है। मतदाताओं को लुभाने में कोई पीछे नहीं रहना चाहता है। प्रत्याशियों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे उनके समर्थकों का भी मनोबल ऊंचा दिखाई दे रहा है। अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने में जी-जान से जुड़े हैं। जनपद की हाट सीट पर वैसे तो कांग्रेस पार्टी,आम आदमी पार्टी,सपा के अलावा निषाद पार्टी/भाजपा और निर्दल प्रत्याशी अध्यक्ष पद के लिए अपने भाग्य की आजमाइश कर रहे हैं। यहां ११मई यानी आज गुरुवार को चुनाव सम्पन्न होगा। लोगों के बीच चर्चा है कि इस बार पूंजीवाद, परिवार वाद और जातिवाद से ऊपर उठकर नगर में सर्वांगीण विकास एवं परिवर्तन हेतु मतदान किया जायेगा। लोगों का कहना है कि नगर की सत्ता लम्बे समय से एक ही परिवार के हाथ में रहने से इस बार अधिकांश लोगों में नगर पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी किसी नये चेहरे को मतदान के जरिए सौंपने का मन बना लिया है। वैसे यहां कुल सात प्रत्याशियों में सबसे कड़ा मुकाबला निर्दल प्रत्याशी युवा समाज सेवी संजय जैन और निषाद पार्टी के उस्मान अहमद के बीच होना बताया जा रहा है।इधर, संजय जैन का बीजेपी से ऐन वक्त पर टिकट काट कर उधर, निषाद पार्टी के कोटे में डाल दिया गया। जिसके बाद आनन-फानन में निषाद पार्टी ने किसी निषाद को उम्मीदवार न बनाकर एक पूंजीपति और लम्बे अर्से से इस नगर पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर विराजमान परिवार के सदस्य को प्रत्याशी बना दिया गया। जिसके कारण निषाद समाज में काफी नाराजगी जाहिर की जा रही है।गौरतलब है कि परिवर्तन के नाम पर चाहे किसी भी दल के समर्थक हों अधिकांश लोगों को युवा समाज सेवी चेहरा संजय जैन ही पसंद हैं। उधर, निषाद समाज के युवाओं को प्रत्याशी न बनाए जाने से निषाद पार्टी के पदाधिकारियों एवं आला कमान के निर्णय से खफा निषाद समाज के स्वजातीय मतदाताओं का रुख भी परिवर्तन हेतु आकर्षित होते दिखाई दे रहा है।जो भी हो, इस नगर पंचायत का चुनाव बड़ा ही दिलचस्प हो गया है।