राजवीर संघटना की अमरावती सहित संपूर्ण महाराष्ट्र के महानगर पालिका, जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पालिका, के स्कूलों के लिए बंधन कारक शासन निर्णय लागू करने की मांग,,*
*राजवीर संघटना की अमरावती सहित संपूर्ण महाराष्ट्र के महानगर पालिका, जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पालिका, के स्कूलों के लिए बंधन कारक शासन निर्णय लागू करने की मांग,,*
सरकारी स्कूलों में नेताओं, सरकारी शिक्षकों, सरकारी डॉक्टरों, अधिकारियों, कर्मचारियों के बच्चों को प्रवेश लेना शासन निर्णय पर बंधनकारक करें,
सरकारी अस्पतालों में भी जरूरत पड़ने पर होना चाहिए नेताओं, अधिकारियों, के परिवार वालों का इलाज,,
मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राज्यपाल, शिक्षण मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष को जिलाधिकारी के मार्फत भेजा निवेदन,
आइडियल इंडिया न्यूज़
सैयद गनी
अचलपुर अमरावती महाराष्ट्र
अमरावती -राजवीर जनहित संघटना के संस्थापक अध्यक्ष रहमत खान उर्फ रम्मू ने हाल ही में जिलाधिकारी के मार्फत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राज्यपाल, शिक्षण मंत्री, एवं विधानसभा अध्यक्ष को निवेदन भेजकर गरीब, झोपड़पट्टी वासियों, शेतकरी, किसानों भाइयों के हित वाली अनोखी मिसाल कायम करने वाली मांग की है, राजवीर संघटना के रहमत खान बताया है कि बढ़ती लोकसंख्या के कारण खाजगी शिक्षण संस्थाओं के स्कूल एवं कॉलेज वालों ने शिक्षण का काला बाजार करके रख दिया है, उच्च दर्जेदार शिक्षण देने के नाम पर खाजगी शिक्षण संस्थाएं स्कूलों में विद्यार्थियों के पलकों से बिल्डिंग बांधकाम के अलावा, गणवेश पाठ्य पुस्तक के साथ ही विविध प्रकार की योजनाओं के नाम पर मनचाहे ढंग से रुपए वसूल करते हैं इतना ही नहीं तो विद्यार्थियों के प्रवेश के नाम पर यह खाजगी संस्थाओं के स्कूल लाखों रुपए वसूल कर वर्ष भर में करोड़ों रुपए की अवैध कमाई करते हैं और इन खाजगी स्कूलों में अधिकारियों नेताओं, डॉक्टर, सरकारी स्कूलों में नौकरी करने वाले शिक्षकों के बच्चों को ही प्रवेश मिल पाता है, ऐसी डोनेशन/ दान के नाम पर करोड़ों रुपए की लूटमारी करने वाली खाजगी संस्थाओं के स्कूलों एवं कालेजों पर सरकार से कार्रवाई करने की भी मांग की है, इसी बात को मद्देनजर रखते हुए राजवीर संघटना के रहमत खान ने विविध समाज गरीब नागरिकों की बच्चों की जो सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं कि दखल लेते हुए शासन को निवेदन भेजा जिसमें रहमत खान ने कहा कि सरकार बंधन कारक शासन निर्णय लागू करें जिसमें नेताओं अधिकारियों शिक्षकों सरकारी डॉक्टर, एवं विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी करने वाले कर्मचारियों के बच्चे सरकारी स्कूलों में प्रवेश ले सके इसका फायदा यह होगा कि यदि इनके बच्चे सरकारी स्कूलों में प्रवेश करते हैं तो यह शिक्षक पूरी ईमानदारी के साथ गरीब बच्चों के साथ-साथ खुद के बच्चों को भी उच्च दर्जे की शिक्षा दे पाएंगे जिससे सरकारी स्कूलों का भी शिक्षण का दर्जा बढ़ेगा एवं ऐसा एक दिन आएगा जिसमें सरकारी स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए नागरिकों की भीड़ दिखाई देंगी,
इसके अलावा रहमत खान ने यह भी निवेदन में बताया है कि सरकारी अस्पतालों में भी नेताओं एवं सरकारी अधिकारियों सरकारी शिक्षकों सरकारी डॉक्टरों के परिवार वालों ने समय आने पर उपचार लेना चाहिए ताकि सरकारी अस्पतालों में गरीबों पर किस तरह का उपचार होता है यह भी पता लगेगा इसके अलावा यदि यह नेता, अधिकारी, एवं सरकारी विभागों में कार्य करने वाले विविध कर्मचारी सरकारी अस्पताल में उपचार करने लगे तो वह दिन दूर नहीं कि सरकारी अस्पतालों अव्यवस्था दूर हो जाएंगी और सरकारी अस्पतालों की बढ़ती समस्याएं पूरी तरह खत्म हो जाएगी इस बात को मद्देनजर रखते हुए राजवीर संघटना के संस्थापक अध्यक्ष रहमत खान उर्फ रम्मू ने सरकार से यह मांग की है कि तुरंत ही गरीब, मोल मजदूरी करने वाले, शेतकरीओ, गरीब किसान भाइयों, के बच्चों के हित में इस तरह का बंधन कारक शासन निर्णय लागू करके अमरावती एवं संपूर्ण महाराष्ट्र की जनता को इंसाफ दिलाने की मांग की निवेदन देते वक्त, मोबिन खान, खालिक टेलर, महबूब भाई, आसिफ खान, रिजवान खान, शारिक भाई, उस्मान टेलर, मोहम्मद शाकिर, जाबिर अली, गौतम वानखेडे, राजेश ताइड, विजय पंडित, नकुल तिवारी, शेखर, सुनील वेतनराव, प्रकाश हरिश्चंद्र, अंकुर, सुमित मेश्राम, श्रीकांत शेडके, भूषण धाकड़, केवल तिवारी, शेख सलमान के अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे,