बाबा साहब को माल्यर्पण कर धम्म राजा सम्राट अशोक के बारे में* *जागरूक कर ग्रामीणों ने मनाया धम्म विजयादशमी*

*बाबा साहब को माल्यर्पण कर धम्म राजा सम्राट अशोक के बारे में* *जागरूक कर ग्रामीणों ने मनाया धम्म विजयादशमी*
आइडियल इंडिया न्यूज
राहुल खंडेराव जिला ब्यूरो बुरहानपुर (मध्यप्रदेश)
बुरहानपुर जिले के ग्राम शेखापुर में ग्रामीणों ने बड़े ही धूम धाम से धम्म राजा सम्राट धम्म विजय दिवस मनाया ।आपको बता दे ग्राम शेखापुर के अम्बेडकर नगर में मंगलवार शाम के समय लोगो ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया ।
कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगो को समाज के प्रति जागरूक रहने वाले संदीप थाटे ने सम्राट अशोक इतिहास के बारे में बताया कि सम्राट अशोक ने किस प्रकार से बौद्ध धर्म ग्रहण करने का संकल्प लिया और फिर सम्राट अशोक ने अपने इतिहास प्रसिद्ध गुरु महास्थविर मोग्गलि पुत्त तिष्य से धम्मदीक्षा ग्रहण किया। उस दिन की यादगार में मनाया जाने वाला यह त्योहार विजयदशमी के नाम से मनाया जाता है ।
1956 में विजयादशमी 14 अक्टूबर को पड़ी थी। उस दिन बाबा साहेब डॉ भीमराव आम्बेडकर ने करीब 5 लाख लोगों के साथ नागपुर में ही बौद्ध धर्म अपना लिया था। आंबेडकर ने जहां बौद्ध धम्म की दीक्षा ली, नागपुर की वह जगह आज दीक्षाभूमि के नाम से जानी जाती है। वह दलित आंदोलन का एक महत्वपूर्ण पल था इसलिए हर साल विजयादशमी के मौके पर उस दिन को याद करते हैं। हर साल अशोक विजयादशमी के दिन हजारों लोग बौद्ध धर्म स्वीकार करते हैं।सभी बौद्ध अनुयायियों ने संदीप थाटे के साथ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के द्वारा दी गई 22 प्रतिज्ञाओं को याद कर बाबा साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण किया एवं बुद्ध त्रिशरण,पंचशील लेकर कार्यक्रम का समापन किया जिसमे सभी समाज के सम्मानित गण मौजूद रहे।