डीएम ने भ्रष्टाचारियों पर कि सख्त कार्यवाही से जिले में मचा हड़कंप
डीएम ने भ्रष्टाचारियों पर कि सख्त कार्यवाही से जिले में मचा हड़कंप ।
आइडियल इण्डिया न्यूज शरद कपूर बिन्दू मौर्या
महमूदाबाद सीतापुर
विकास खण्ड महमूदाबाद में हुए लगभग 74 लाख रूपये के मनरेगा घोटाले में छह सरकारी कर्मियों की सेवा समाप्ति की जायेगी। डीएम अभिषेक आनंद ने इस बाबत सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिये हैं। इसके अतिरिक्त ब्लाक में तैनात वरिष्ठ लेखाकार रामप्रताप वर्मा को भी निलंबित कर दिया गया है। घोटाले में पूर्व में ही 12 लोगो पर एफआइआर दर्ज है। जिसकी जांच चल रही है।
ब्लॉक महमूदाबाद के सिहारूखेड़ा, पचदेवरा, मदारीपुर और बेहटी ग्राम पंचायतों में एमडीएम शेड, इण्टरलाकिंग, मिट्टी पटाई आदि कार्याें क एवज में लगभग 74 लाख रूपये की धनराशि निकाली गई थी जबकि उक्त एक भी काम धरातल पर कराये गये नहीं थे। तत्कालीन डीएम अनुज सिंह ने इस मामले में जांच कराई तो आरोप सही पाये गये थे। डीएम अभिषेक आनंद के निर्देश पर 15 जुलाई को उक्त घोटाले में ग्राम पंचायतों के प्रधान, सचिव , तकनीकी सहायक और रोजगार सेवकों पर एफआईआर महमूदाबाद कोतवाली में दर्ज कराई थी। तत्कालीन बीडीओ श्रीश गुप्ता को भी निलंबित कर दिया गया था। डीएम ने घोटाले में आरोपी रोजगार सेवक सुरेश चन्द्र वर्मा, रमेश चन्द्र, राजीव सिंह, राजकिशोर, एपीओ विनय कुमार गौतम और तकनीकी सहायक वीरेन्द्र कुमार की सेवा समाप्ति के निर्देश जारी कर दिये हैं। ब्लाक में तैनात वरिष्ठ लेखाकार रामप्रताप वर्मा को भी डीएम की संस्तुति के बाद डीडीओ द्वारा निलंबित करते हुए डीसी मनरेगा कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया है।