सीतापुर के मिश्रित क्षेत्र में दबंग ने सरकारी व निजी जमीनों पर दशकों से कर रखा है कब्जा
*सीतापुर के मिश्रित क्षेत्र में दबंग ने सरकारी व निजी जमीनों पर दशकों से कर रखा है कब्जा*
दलित भूमाफिया विरोध करने वाले लोगों को मुकदमे में फंसाने की देता है धमकी
आइडियल इण्डिया
शरद कपूर
सीतापुर
ग्रामीणों द्वारा बैनामा सहित खरीदी गई जमीनों से कोई सरोकार न होने के बाद भी दाखिल खारिज आदि में अनावश्यक आपत्ति लगा कर वसूली करना और लोगों की जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा कर लेने वाले एक दलित भूमाफिया को उस समय मुंह की खानी पड़ी जब गांव के ही एक दलित व्यक्ति के शिकायती पत्र पर तहसील के लेखपाल और राजस्व निरीक्षक ने उसकी जमीन को भू माफिया के कब्जे से छुड़ाकर वास्तविक भू स्वामी को जमीन पर कब्जा करा दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील क्षेत्र के ग्राम किशुनपुर मजरा नरसिघौली निवासी कन्हैयालाल पुत्र बैजू दलित होने का फायदा उठाकर अपने परिवारी जनों को सहयोग में लेकर लोगों की बैनामा शुदा जमीनों में आपत्ति दाखिल करना सरकारी जमीनों के साथ ही दूसरे की जमीनों को अपना बताकर कब्जा कर लेना फिर लोगों से मनमानी रकम वसूलने को अपना मुख्य व्यवसाय बनाने वाले दबंग भूमाफिया ने गांव के ही निवासी छोटेलाल पुत्र राम दुलारे व उसके परिवारीजनों के नाम राज्स्व अभिलेखों में दर्ज जमीन पर जबरिया कब्जा कर लिया था।जिसे उक्त भूमाफिया से कब्जा मुक्त कराये जाने के लिए छोटेलाल ने बीते अट्ठाइस मई को एडिशनल एसपी की अध्यक्षता में हुए थाना समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर अवैध कब्जा हटवाए जाने की गुहार प्रशासन से लगाई थी। जिस पर राजस्व निरीक्षक गोपाल शुक्ला और लेखपाल पंकज कुमार ने मौके पर जाकर पैमाइश करके कन्हैयालाल व उसके परिवारी जनों द्वारा किए गए अवैध कब्जे को चिन्हित कराते हुए छुड़वाकर वास्तविक भूस्वामी के कब्जे में कर दी है जिससे भूस्वामी के परिवारी जन प्रशासनिक कार्यवाही बचसे जहां प्रसन्नता में आ गए हैं वही दूसरों की जमीन पर कब्जे को अपना व्यवसाय बना लेने वाले उपरोक्त भू माफिया के साथ ही उसके अन्य परिवारी जनों में हड़कंप मच गया है। इतना ही नहीं आपको बताते चलें कि इसी गांव की ही निवासिनी राम प्यारी पत्नी रामदीन ने भी बीते सत्ताइस अप्रैल को थाने पर प्रार्थना पत्र देकर उक्त भूमाफिया कन्हैयालाल व उसके परिवारी जनों पर जमीनी रंजिश के चलते अपने पति को दीवार के नीचे दबाकर मार देने का आरोप लगा चुकी है जिसकी कार्यवाही अभी अधर में ही लटकी हुई है जिससे परेशान हाल महिला ने न्यायालय की शरण में वाद प्रस्तुत करके न्याय की गुहार लगा दी है। इतना ही नहीं इसी गांव के निवासी सरजू पुत्र केहरी द्वारा अपनी पत्नी के नाम बैनामा शुदा खरीदी गई जमीन पर भी दाखिल खारिज में आपत्ति लगातार उक्त दबंग भूमाफिया कब्जा करने का असफल प्रयास कर चुका है। इसी तरह उक्त दबंग भूमाफिया ने गांव की जंगल झाड़ी की कई बीघे सरकारी जमीन पर भी दशकों से अपना अनाधिकृत कब्जा जमा रखा है ग्रामीणों ने उक्त दबंग भूमाफियाके विरूद्ध कड़ी दन्डात्मक करके उसके कब्जे में अवैध रूप से जकड़ी हुई जमीनों को शीघ्र कब्जा मुक्त कराए जाने की मांग प्रशासन से की है।