*मां और भ्रूण के रिश्ते पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण की गूंज – डॉ. शुचिता नंदा*

*मां और भ्रूण के रिश्ते पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण की गूंज – डॉ. शुचिता नंदा*
आइडियल इंडिया न्यूज़
डॉ. ए.के. गुप्ता,
द्वारका, नई दिल्ली
दिल्ली गायनकोलॉजिस्ट फोरम (DGF) द्वारका द्वारा एक महत्वपूर्ण सतत् चिकित्सीय शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम का सफल आयोजन हाल ही में आईटीसी वेलकम होटल में किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. शारदा जैन (महासचिव, डीजीएफ) के आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन में हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डीजीएफ द्वारका की अध्यक्ष डॉ. अस्मिता राठौर और संरक्षिका डॉ. दीपिका डेका ने की। इस अवसर पर कई वरिष्ठ विशेषज्ञ एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत भाषण से हुआ, जिसे डॉ. दीपिका डेका ने संबोधित किया। इसके बाद डॉ. अस्मिता राठौर ने मुख्य अतिथि के रूप में मंच का संचालन किया। इस अवसर पर द्वारका डीजीएफ के पूर्व अध्यक्षों का सम्मान और नए कार्यकारी सदस्यों का परिचय भी कराया गया।
विशिष्ट अतिथियों में डॉ. लीना श्रीधर और डॉ. दीम्पला लालचंदानी को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण पैनल चर्चा रही, जिसका विषय था – “गर्भवती महिलाओं में उच्च जोखिम एवं निम्न जोखिम की पहचान: भ्रूणीय दृष्टिकोण”। इस चर्चा का संचालन डॉ. शुचिता मल्होत्रा, डॉ. शिल्पा घोष, डॉ. नीरू किरण बनर्जी और डॉ. मोनिका भाटिया ने किया। मॉडरेटर के रूप में डॉ. दीपिका डेका और डॉ. शुचिता नंदा मौजूद रहीं।
चर्चा के दौरान डॉ. शुचिता नंदा (ग्लोबल अल्ट्रासाउंड की सीनियर रेडियोलॉजिस्ट) ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान माँ और भ्रूण का सम्बन्ध बहुत गहरा और जटिल होता है। यह सम्बन्ध प्लेसेंटा और नाल की डोर के माध्यम से बना रहता है। भ्रूण का पोषण, ऑक्सीजन आपूर्ति, अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन, हार्मोनल सम्बन्ध, प्रतिरक्षा तंत्र — इन सभी पहलुओं का ध्यान पूर्ण रूप से डॉक्टर की जिम्मेदारी होती है। इसीलिए गर्भावस्था के दौरान विशेष ध्यान रखने वाले डॉक्टर को जन्मदाता सहयोगी के रूप में माना जाता है।
पैनल में डॉ. निलेश्मा पांडेय, डॉ. अनीता यादव, डॉ. अर्चना रावत, डॉ. रेखा सोनी, डॉ. हेमलता भाटिया और डॉ. नीलेम मीना ने अपने विचार रखे।
इस सीएमई कार्यक्रम में डॉ. ए.के. गुप्ता और डॉ. शीला गुप्ता, डॉ. शारदा जैन, डॉ. अस्मिता राठौर, डॉ. दीपिका डेका, डॉ. लीना श्रीधर, डॉ. दीम्पला लालचंदानी, डॉ. शुचिता मल्होत्रा, डॉ. शिल्पा घोष, डॉ. नीरू किरण बनर्जी, डॉ. मोनिका भाटिया, डॉ. शुचिता नंदा, डॉ. निलेश्मा पांडेय, डॉ. अनीता यादव, डॉ. अर्चना रावत, डॉ. रेखा सोनी, डॉ. हेमलता भाटिया, डॉ. नीलेम मीना, सहित अनेक वरिष्ठ चिकित्सक एवं मिस नेहा, अरुण, शीतल और धरमवीर इत्यादि उपस्थित थे।